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By Election : मेहगांव विधानसभा सीट का 1967 से जानिए अब तक का इतिहास

साल 1998 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली और अब तक तीन बार बीजेपी के विधायक चुने जा चुके हैं. जबकि कांग्रेस को दो बार प्रतिनिधित्व का मौका मिला है. तीसरा चुनाव कांग्रेस ने 2018 मे जीता और ओ पी एस भदोरिया विधायक चुने गए थे.

Updated on: 21 Oct 2020, 08:25 AM

मेहगांव:

मेहगांव विधानसभा सीट मध्य प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीट है. इस सीट पर उपचुनाव के तहत  तीन नवंबर को मतदान होगा. मेहगांव विधानसभा क्षेत्र से 2018 में कांग्रेस ने जीत दर्ज की थी. इस बार मेहगांव विधानसभा सीट के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होंगे, यह जनता को तय करना है. मेहगांव विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के भिंड जिले में आती है. 2018 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के ओपीएस भदौरिया ने भारतीय जनता पार्टी के राकेश शुक्ला को हराया था. बता दें कि ओपीएस भदौरिया ने कांग्रेस का हाथ छोड़कर कमल का दामन थाम लिया हैं, जिसकी वजह से यह सीट खाली है और अब इस पर उपचुनाव हो रहा है.

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वहीं, साल 1998 में पहली बार भारतीय जनता पार्टी को सफलता मिली और अब तक तीन बार बीजेपी के विधायक चुने जा चुके हैं. जबकि कांग्रेस को दो बार प्रतिनिधित्व का मौका मिला है. तीसरा चुनाव कांग्रेस ने 2018 में जीता और ओ पी एस भदोरिया विधायक चुने गए थे. 1967 मे जनसंघ से राय सिंह भदोरिया विधायक चुने गए थे.

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उन्होंने 1972 मे जनसंघ से पाला बदल कर कांग्रेस से चुनाव लडा तो न केवल बुरी हार हुई बल्कि तेरह साल तक जीत की खुशी नसीब नहीं हुई थी. उन्हें साल 1972 के बाद 1977 में भी जनता ने नकार दिया था और 13 साल वाद जनता ने निर्दलीय विधायक चुनकर भेजा था. साल 1990 के विधानसभा चुनाव में महगांव से हरी सिंह नरवरिया ने चुनाव जीता था. वहीं, 1993 मे बहुजन समाज पार्टी से डॉ नरेश सिंह गुर्जर विधायक चुने गए थे.