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एमपी ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होगा : धर्मेद्र प्रधान

मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना में भारत-ओमान रिफाइनरी लिमिटेड के नजदीक कोरोना मरीजों के लिए बनाए जा रहे एक हजार बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का केंद्रीय पेटोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को निरीक्षण किया.

Updated on: 10 May 2021, 10:40 AM

सागर:

मध्यप्रदेश के सागर जिले के बीना में भारत-ओमान रिफाइनरी लिमिटेड (बीओआरएल) के नजदीक कोरोना मरीजों के लिए बनाए जा रहे एक हजार बिस्तर के अस्थायी अस्पताल का केंद्रीय पेटोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को निरीक्षण किया. प्रधान ने कहा कि मध्यप्रदेश जल्द ही ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होगा. बीओआरएल में बन रहे अस्पताल के निर्माण को लेकर हुई समीक्षा बैठक में प्रधान ने कहा कि यहां अस्पताल का बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य चल रहा है. बीना रिफाइनरी की इंडस्ट्रियल ऑक्सीजन को मेडिकल ऑक्सीजन में कन्वर्ट कर मरीजों के लिए उपयोग में लिया जाएगा. यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है जो सागर, विदिशा, अशोकनगर और गुना सहित आसपास के जिलों के कोविड मरीजों के लिए बड़ी सौगात साबित होगा.

केंद्रीय मंत्री प्रधान ने कहा कि ऑक्सीजन की उपलब्धता के मामले में केंद्र और मध्यप्रदेश शासन लगातार मिलकर कार्य कर रहे हैं. जल्द ही मध्यप्रदेश ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर होगा.

चौहान और प्रधान ने अस्थायी अस्पताल स्थल का निरीक्षण किया तथा मौके पर ही संपूर्ण रोडमेप की समीक्षा भी की. मुख्यमंत्री ने अस्पताल से संबंधित विभिन्न कार्यों के लिए नियुक्त एजेंसी और कार्यों की बिंदुवार समीक्षा की. उन्होंने यहां ऑक्सीजन प्लांट, ऑक्सीजन टेस्टिंग, कंप्रेशर कक्ष के निर्माण, ऑक्सीजन सप्लाई की 800 मीटर लंबी पाइपलाइन, दुगार्पुर से कंप्रेसर की शिफ्टिंग, अतिरिक्त स्टैंडबाय कंप्रेशर का क्रय, बॉटलिंग प्लांट संबंधित कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी ली. उन्होंने कहा कि यहां बॉटलिंग प्लांट स्थापित कर अन्य जिलों की ऑक्सीजन की आवश्यकता को भी पूरा किया जाएगा.

मुख्यमंत्री चौहान ने निर्देश दिए कि अस्पताल से संबंधित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट, मेडिकल वेस्ट, लिक्विड वेस्ट आदि का वैज्ञानिक निपटारा और प्रबंधन किया जाए.

उल्लेखनीय है कि बीना रिफाइनरी द्वारा दो बार (बीएआर) प्रेशर पर सप्लाई शुरू की जाएगी, जिससे साधारण ऑक्सीजन अस्थायी अस्पताल के बिस्तरों के लिए पर्याप्त होगी. दुगार्पुर से लाए जा रहे कंप्रेशर को स्टैंडबाय प्रेशर के रूप में रखा जाएगा. साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर का इमरजेंसी बैकअप भी रखा जाएगा.

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जिलाधिकारी दीपक सिंह ने बताया कि डोम स्ट्रक्च र व विद्युतीकरण का कार्य 25 मई तक पूरा कर लिया जाएगा. इसी तरह जल प्रदाय, सड़क एवं कांक्रीट फ्लोरिंग का कार्य 15 मई तक तथा 200 पॉइंट्स पर ऑक्सीजन पाइप लाइन का निर्माण समय-सीमा में पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने बताया कि फर्नीचर तथा अन्य उपकरणों से संबंधित समस्त खरीदी आदेश भी जारी किए जा चुके हैं.