कमल नाथ के ट्विटर हैंडल पर पुरानी तस्वीर को लेकर छिड़ा सियासी संग्राम

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने ट्विटर हैंडिल पर अपनी एक साल पुरानी तस्वीर जो साझा की तो सियासी जंग छिड़ गई. बीजेपी ने जहां फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर झ

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने ट्विटर हैंडिल पर अपनी एक साल पुरानी तस्वीर जो साझा की तो सियासी जंग छिड़ गई. बीजेपी ने जहां फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर झ

author-image
Vineeta Mandal
New Update
kamalnath

Kamalnath( Photo Credit : (फाइल फोटो))

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने ट्विटर हैंडिल पर अपनी एक साल पुरानी तस्वीर जो साझा की तो सियासी जंग छिड़ गई. बीजेपी ने जहां फर्जीवाड़ा का आरोप लगाया तो वहीं कांग्रेस ने बीजेपी पर झूठ परोसने का आरोप जड़ा. पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने रविवार को योग दिवस के मौके पर अपने ट्विटर हैंडिल से योग दिवस की बधाई देते हुए लिखा, "अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की शुभकामनाएं! योग के अभ्यास से हम निरोगी रहकर सकारात्मक ऊर्जा से पूर्ण होकर, अधिक एकाग्रता, तन्मयता व सक्रियता से कार्य कर सकते हैं. प्रतिदिन योग करें, स्वस्थ रहें."

Advertisment

कमल नाथ ने इस ट्वीट के साथ अपनी एक तस्वीर भी साझा की है. यह तस्वीर योग करते हुए है और यह बीते साल की है. इसी को लेकर बीजेपी हमलावर हो गई है.

बीजेपी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ़ दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि जनता के साथ फर्जीवाड़ा करते-करते कांग्रेस के बड़े-बड़े नेता निजी जीवन में भी उसे आत्मसात करने लगे हैं. यही कारण है कि पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने विश्व योग दिवस पर योगासन करने की फर्जी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर जारी की.

ये भी पढ़ें: कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए कमल हासन का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चीन का सच सामने लाएं

डॉ़ विजयवर्गीय ने कमल नाथ द्वारा जारी योगासन चित्र को उनके चरित्र का प्रमाण बताते हुए कहा, "पिछले वर्ष भी जब वे मुख्यमंत्री थे, तब 21 जून को आयोजित अंर्तराष्ट्रीय योग दिवस के सरकारी आयोजन में उन्होंने जानबूझकर भाग नहीं लिया था, लेकिन जब उन्हें तीखी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा तो आनन-फानन में मुख्यमंत्री निवास में कथित रूप से योग करते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया में जारी करवाई."

उन्होंने आगे कहा, "मजेदार बात तो यह है कि इस वर्ष यानी 21 जून 2020 को कमल नाथ मुख्यमंत्री नहीं हैं और हमारी जानकारी के मुताबिक वे भौतिक रूप से मुख्यमंत्री आवास को खाली भी कर चुके हैं. फिर भी आज उनके ट्विटर हैंडल से वही एक साल पुराना चित्र जारी किया गया है, जो मुख्यमंत्री आवास का है."

वहीं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा, "बीजेपीइयों के पास झूठ परोसने के सिवाय कोई काम नहीं है. जनहित के मुद्दों को छोड़कर झूठे मुद्दों को हवा देना और जनता को गुमराह करना इन फुरसती बीजेपीइयों की आदत बन चुका है. इस कोरोना महामारी में भी ये जनता की सेवा करने की बजाय दिनभर सोशल मीडिया पर झूठ परोसते रहते हैं."

और पढ़ें: प्रियंका ने कानपुर बाल संरक्षण गृह के बारे में मीडिया रिपोर्ट को लेकर उप्र सरकार पर निशाना साधा

सलूजा ने कहा, कमल नाथ के ऑफि स के ट्विटर हैंडल से देश और प्रदेश की जनता को योग दिवस की बधाई दी गई है. इस ट्वीट में योग करते हुए कमल नाथ की एक पुरानी तस्वीर को प्रतीकात्मक रूप से साझा किया गया है. इसमें कहीं भी नहीं लिखा गया है कि यह उनकी आज की तस्वीर है.

उन्होंने कहा, "इस ट्वीट के बाद फेक न्यूज फैलाने व डर्टी पॉलिटिक्स में माहिर बीजेपी के प्रवक्ता गण चालू हो गए कि कमल नाथ ने योग दिवस पर आज योगासन करने की फ र्जी जानकारी अपने ट्विटर हैंडल पर जारी की."

twitter Social Media BJP congress Kamalnath
      
Advertisment