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कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए कमल हासन का पीएम मोदी पर हमला, कहा- चीन का सच सामने लाएं

कमल हासन (Kamal Hasaan) ने भी कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तीखा हमला बोलते हुए सीमा विवाद पर पारदर्शिता और जवाबदेही तय करने की मांग की.

Updated on: 22 Jun 2020, 07:36 AM

highlights

  • कमल हासन ने कांग्रेस के सुर में सुर मिलाया.
  • लद्दाख झड़प पर पीएम मोदी पर बोला हमला.
  • कहा-लोकतंत्र में सवाल उठाना राष्ट्र विरोधी नहीं.

चेन्ने:

पूर्वी लद्दाख (Ladakh) में भारत-चीनी सैनिकों के बीच हुए हिंसक संघर्ष पर अभिनेता कमल हासन (Kamal Hasaan) ने भी कांग्रेस के सुर में सुर मिलाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) पर तीखा हमला बोलते हुए सीमा विवाद पर पारदर्शिता और जवाबदेही तय करने की मांग की. उन्होंने इस मसले पर चल रहे कयासों को पूर्ण विराम देने के लिए तथ्यों के साथ सामने आने को कहा है. उन्होंने यह भी कहा कि लोकतंत्र में सवाल पूछना राष्ट्र विरोधी (Anti National) नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीन (China) ने भारतीय सैनिकों पर अकारण हमला कर हमारी पीठ में छुरा घोंपा है.

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चीन ने पीठ में छुरा घोंपा
अभिनेता से राजनेता बने कमल हासन ने रविवार को कहा कि चीन ने 15 जून को लद्दाख में भारतीय सैनिकों पर अकारण हमला कर भारत की पीठ में छुरा घोंपा है. मकक्ल नीधि माईम पार्टी (एमएनएम) के संस्थापक ने कहा कि सवाल पूछने का अधिकार लोकतंत्र का सार है. उन्होंने कहा, 'यह सेना के लिए अपमानजनक है अगर कोई भी संकेत देता है कि नागरिकों द्वारा सरकार से पूछे गए कुछ प्रासंगिक सवालों से उसका मनोबल हिल जाएगा. हमारी सेना इससे कहीं ज्यादा सख्त है, लेकिन उनके जीवन को हल्के में नहीं लेना चाहिए.'

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पीएम मोदी पर तीखा हमला
कमल हासन ने अपने बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने चीन का सबसे ज्यादा बार दौरा किया. महाबलिपुरम शिखर सम्मेलन को लेकर एक कूटनीतिक सफलता का दावा किया गया था. हासन ने कहा, 'केवल 8 महीने बाद, चीनी ने हमारे निहत्थे सैनिकों मारकर हमारी पीठ में छुरा घोंपा. अगर यह सरकार की कूटनीति का नतीजा है तो या तो उनकी रणनीति बुरी तरह से विफल हो गई या वे चीन के इरादों को सही ढंग से समझने में विफल रहे.'

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गलवान गाटी का खुलासा करे सरकार
उन्होंने कहा कि दोनों मामलों में यह सरकार है जिसे कुछ और सवालों के जवाब देने की जरूरत है, लेकिन हम किसी और दिन के लिए छोड़ देंगे. केंद्र सरकार से यह पूछते हुए कि सीमा पर चीन के हमले को नियंत्रित करने के लिए क्या किया जा रहा है, हासन ने कहा कि कूटनीति विफल होने पर सेना ही अंतिम उपाय है. एमएनएम नेता ने अफवाहों को रोकने के लिए केंद्र सरकार से उस दिन गलवान घाटी में असल में क्या हुआ था, इसका खुलासा करने की मांग की.