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बाढ़ की मार से लड़ने के लिए सीएम शिवराज ने मांगी सेना की मदद, शाह से की बात

सीएम शिवराज सिंह (Shivraj singh) भी बाढ़ प्रभावित इलाकों को लेकर समीक्षा बैठक कर रहे हैं.बुधवार को सीएम शिवराज सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बाढ़ की स्थिति को लेकर बातचीत की.

Updated on: 04 Aug 2021, 11:59 AM

highlights

बाढ़ से बेहाल हुआ मध्य प्रदेश

अमित शाह ने सीएम शिवराज से की बातचीत

सीएम शिवराज ने सेना की मांगी मदद 

नई दिल्ली :

मध्य प्रदेश इन दिनों बाढ़ से बेहाल है. पिछले कई दिनों से हो रही बारिश की वजह से ग्वालियर-चंबल का एरिया त्राहिमाम-त्राहिमाम कर रहा है. सीएम शिवराज सिंह (Shivraj singh) भी बाढ़ प्रभावित इलाकों को लेकर लगातार समीक्षा बैठक कर रहे हैं.बुधवार को सीएम शिवराज सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बाढ़ की स्थिति को लेकर बातचीत की.  गृह मंत्री अमित शाह ने सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात की और राज्य के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और नदियों के जल स्तर में वृद्धि के कारण बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी ली. इसके बाद अमित शाह ने कहा कि केंद्र राज्य को राहत कार्य के लिए पूरी मदद कर रहा है.

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बाढ़ की स्थिति के बारे में बताया कि चंबल, क्वारी नदियों में बाढ़ से मुरैना के 13 गांव प्रभावित अब तक 250 से अधिक लोगों को बचाया गया है और 200 लोगों के लिए बचाव कार्य जारी है. दतिया के 36 प्रभावित गांवों से अब तक 1100 लोगों को निकाला गया है और 45 लोगों के लिए ऑपरेशन जारी है.

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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि क्वारी, सीप, पार्वती नदियों में बाढ़ से श्योपुर के 30 गांव प्रभावित अब तक 1000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है. वर्तमान में ज्वालापुर, भेरावाड़ा, मेवाड़ा, जाटखेड़ा के गांवों में फंसे करीब 1000 लोगों को बचाने के लिए अभियान जारी है.

सेना का आसरा, चार कालम की डिमांड

बाढ़ बारिश को लेकर प्रशासन लगातार राहत एवं बचाव कार्य में लगा है. NDRF और SDRF के बाद सेना को भी बुलाया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सेना को भेजना ही सही होगा. उन्होंने आगे बताया कि आर्मी के चार कालम की डिमांड की है. एक कालम में आर्मी के 80 लोग होते हैं. हालात खराब हैं हमारे दो मंत्री शिवपुरी में कंट्रोल रूम बनाकर ही बैठे हैं.

1177 गांव और हजारों की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई

गौरतलब है कि ग्वालियर-चंबल एरिया के 1177 गांव और हजारों की आबादी बुरी तरह प्रभावित हुई है, खासतौर पर शिवपुरी और श्योपुर जिला. बाढ़-बारिश का सबसे बड़ा केंद्र शिवपुरी जिला है. यहां 1100 गांव प्रभावित हुए हैं. इन 1100 में से 200 गांव बुरी तरह प्रभावित हुए हैं और 22 गांव तो ऐसे हैं जहां चारों ओर बाढ़ ने कब्जा जमा लिया है.