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शिवराज सिंह चौहान और कमलनाथ का 'सोशल मीडिया वार', आरोप-प्रत्यारोप जारी

मध्य प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है. यहां जल्द ही उपचुनाव होने वाले है ऐसे में बीजेपी और कांग्रेस पूरी जोर के साथ मैदान में उतर गए हैं. ये दोनों ही पार्टियां सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे पर खूब हमला कर रही है.

Updated on: 07 Jun 2020, 09:12 AM

नई दिल्ली:

मध्य प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है. यहां जल्द ही उपचुनाव होने वाले है ऐसे में  बीजेपी और कांग्रेस पूरी जोर के साथ मैदान में उतर गए हैं. ये दोनों ही पार्टियां सोशल मीडिया पर भी एक-दूसरे पर खूब हमला कर रही है. पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ समेत दिग्विजय सिंह से लेकर पार्टी के दूसरे बड़े नेता हर दिन सोशल मीडिया के जरिए प्रदेश से जुड़े हुए मुद्दों को लेकर शिवराज सरकार को घेरने में जुटी हुई है.

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हाल ही में कांग्रेस ने किसान, बेरोजगार और प्रवासी मजदूरों के मुद्दें पर प्रदेश सरकार पर जमकर हमला बोला था. इसके बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उनके आरोप का जवाब देते हुए ट्विट कर लिखा, 'मेरा कांग्रेस के मित्रों से अनुरोध है कि वो अपने ट्वीट की संख्या बढ़ाएं और उचित समय का भी ध्यान रखें. आजकल यह हो रहा है कि किसी भी वस्तु को मुद्दा कहते हुए ट्वीट-ट्वीट खेलते रहते हैं और मैं पहले ही जनता की हर एक समस्या का संज्ञान लेकर उसके निवारण का काम शुरू कर देता हूं.'

उन्होंने आगे लिखा, 'कांग्रेस जब सत्ता में थी तब भ्रष्टाचार छोड़ अगर जनता के सोशल इश्यूज का संज्ञान लिया होता तो आज सोशल मीडिया का सहारा नहीं लेना पड़ता. चलिए कोई बात नहीं वो राजनीति करते रहे और हम काम. जनता तो सब जानती ही है.'

बता दें कि कांग्रेस ने किसानों के अनाज खरीदी के मुद्दे को उठाते हुए सरकार से सवाल पूछा था. लेकिन बीजेपी ने किसानों का अनाज लक्ष्य से ज्यादा खरीद कर मुद्दे का समाधान कर दिया. बारिश में अनाज (गेहूं) गीला हो जाने पर सरकार ने कहा कि गीला गेहूं सूखने पर किसानों से खरीदी होगी.