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एमपी को लूटने के लिए अब भी 'गिद्ध दृष्टि' लगाए बैठे हैं कांग्रेस नेता : शिवराज सिंह चौहान

कमलनाथ की अगुवाई वाली पिछली सरकार के खिलाफ भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छह महीने पहले प्रदेश की सत्ता से बेदखल होने वाली कांग्रेस पर गुरुवार को जोरदार हमला बोला.

Updated on: 09 Oct 2020, 04:09 PM

इंदौर:

कमलनाथ की अगुवाई वाली पिछली सरकार के खिलाफ भारी भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने छह महीने पहले प्रदेश की सत्ता से बेदखल होने वाली कांग्रेस पर गुरुवार को जोरदार हमला बोला. चौहान ने आगामी विधानसभा उपचुनावों को लेकर यहां आयोजित भाजपा कार्यकर्ताओं के सम्मेलन में कहा, "वे (कांग्रेस नेता) आज हम पर गद्दारी का आरोप लगाते हैं. लेकिन (पूर्ववर्ती कांग्रेस राज में) कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने वल्लभ भवन (राज्य सचिवालय) को बेच दिया था. यह भवन दलालों का अड्डा बन गया था."

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उन्होंने कहा, "कमलनाथ सरकार में मंत्रियों और विधायकों के लिए वल्लभ भवन का दरवाजा बंद रहता था, लेकिन कोई बड़ा ठेकेदार आ जाए तो यह दरवाजा तुरंत खुल जाता था और निविदाओं में हेर-फेर की जाती थी." सूबे की 28 विधानसभा सीटों पर तीन नवंबर को होने वाले उप चुनावों के प्रचार में जुटे चौहान ने कहा, "वे लोग (कांग्रेस नेता) अब भी गिद्ध दृष्टि लगाकर बैठे हैं कि मौका मिल जाए, तो प्रदेश को फिर लूट लें." मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती कमलनाथ सरकार को किसानों के मुद्दों पर भी घेरा.

उन्होंने आरोप लगाया, "सरकारी खजाने में धन की कमी का हमेशा रोना रोने वाले कमलनाथ की सरकार ने 6,000 करोड़ रुपये का कृषि कर्ज महज कागजों पर माफ किया और इसके बदले संबंधित बैंकों को भुगतान तक नहीं किया." चौहान ने कहा कि मार्च अंत में कमलनाथ नीत कांग्रेस सरकार के पतन के बाद सूबे की बागडोर फिर से संभालने वाली भाजपा सरकार ने पिछले छह महीने के दौरान किसानों को अलग-अलग मदों में करीब 22,000 करोड़ रुपये का फायदा पहुंचाया है.

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पुरोहितों के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच मुख्यमंत्री ने सैकड़ों भाजपा कार्यकर्ताओं को आगामी विधानसभा उप चुनावों में पार्टी की जीत के लिए पूरी ताकत से जुट जाने का संकल्प भी दिलाया. इस दौरान उन्होंने रेखांकित किया, "ध्यान रखिए कि आगामी उप चुनाव शिवराज सिंह चौहान को मुख्यमंत्री बनाए रखने के लिये हैं." गौरतलब है कि मध्य प्रदेश विधानसभा की 28 सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिये आगामी तीन नवंबर को मतदान होना है जबकि मतगणना 10 नवंबर को होगी. ये उपचुनाव कांग्रेस के 25 विधायकों के इस्तीफा देने और तीन विधायकों के निधन से खाली हुई सीटों पर हो रहे हैं.