मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी हर स्तर पर अपनी पकड़ को और मजबूत करना चाहती है. यही कारण है कि संगठन और मोर्चे में बड़ा बदलाव किए जाने के बाद आईटी विभाग व सोशल मीडिया विभाग में भी बदलाव किया गया है. नव नियुक्ति पदाधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारी भी संभाल ली है. वर्तमान दौर में सियासी दलों के लिए आईटी विभाग और सोशल मीडिया विभाग की खासी अहमियत है, क्योंकि बदलते दौर में बड़ा वर्ग सोशल मीडिया का हिस्सा बनता जा रहा है. यही कारण है कि सभी दल सोशल मीडिया को लेकर नई-नई रणनीतियां बनाते रहते हैं. मध्य प्रदेश में सोशल मीडिया के फॉलोवर को लेकर भाजपा और कांग्रेस में होड़ मची हुई है.
बीजेपी संगठन से लेकर मोर्चों में कर रही कई बदलाव
भाजपा ने अपने स्वरुप मे बदलाव लाने की मुहिम छेड़ रखी है. संगठन से लेकर विभिन्न मोर्चों में नए चेहरों को लगातार स्थान दिया जा रहा है. आईटी विभाग के कामकाज से बड़े नेताओं के संतुष्ट न होने पर बदलाव किया गया है. आईटी विभाग का संयोजक अमन शुक्ला और सह संयोजक गौरव विश्वकर्मा को बनाया गया है, वहीं सोशल मीडिया के प्रदेश संयोजक की जिम्मेदारी अभिशेक शर्मा को सौंपी गई है. पदभार ग्रहण के पश्चात आईटी विभाग एवं सोशल मीडिया विभाग के संयोजकों ने पार्टी के प्रदेश मंत्री एवं आईटी सोशल मीडिया विभाग के प्रभारी रजनीश अग्रवाल के साथ सितंबर माह में पार्टी की रणनीति पर चर्चा की. बैठक में आगामी कार्यक्रमों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई.
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आईटी के पूर्व संयोजक रहे कांग्रेस के निशाने पर
ज्ञात हो कि पिछले दिनों आईटी विभाग के पूर्व संयोजक शिवराज डाबी पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गंभीर आरोप लगाए थे, वहीं सोशल मीडिया के परफॉमेंस से भी कई नेता संतुष्ट नहीं थे. यही कारण है कि भाजपा ने इस दिशा में भी कदम बढ़ाया है. साथ ही आगामी समय में कांग्रेस पर तीखे हमले करने की रणनीति भी बनाई है.
HIGHLIGHTS
- भाजपा ने अपने स्वरुप मे बदलाव लाने की मुहिम छेड़ रखी है
- आईटी विभाग व सोशल मीडिया विभाग में भी बदलाव हुआ
- सोशल मीडिया के फॉलोवर को लेकर भाजपा और कांग्रेस में होड़