मप्र में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत के वक्त 'संकटनाथ' बन गए थे कमलनाथ: CM शिवराज सिंह

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के पैर पसारने के लिये कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 73 वर्षीय कांग्रेस नेता पर बुधवार को तीखा हमला बोला और उन्हें संकटनाथ करार दिया.

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के पैर पसारने के लिये कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 73 वर्षीय कांग्रेस नेता पर बुधवार को तीखा हमला बोला और उन्हें संकटनाथ करार दिया.

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Deepak Pandey
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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh)( Photo Credit : फाइल फोटो)

मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के पैर पसारने के लिये कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh) ने 73 वर्षीय कांग्रेस नेता पर बुधवार को तीखा हमला बोला और उन्हें संकटनाथ करार दिया. चौहान ने भाजपा की एक वर्चुअल रैली में कहा कि भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य में कोरोना वायरस के प्रकोप की शुरुआत के वक्त आम लोगों की सेवा की, लेकिन (तत्कालीन मुख्यमंत्री) कमलनाथ तो उस समय संकटनाथ बन गये थे और उन्होंने प्रदेश को संकट में छोड़ दिया था.

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उन्होंने कहा कि कमलनाथ को कोरोना वायरस के संकट से निपटने की कोई चिंता नहीं थी. वह इस संकट के दौर में इंदौर में प्रस्तावित आईफा पुरस्कार समारोह की बैठकों में व्यस्त थे. चौहान ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की घोषणा के बाद वर्ष 2018 के पिछले विधानसभा चुनावों के दौरान इस पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि सत्ता में आने पर वह सभी किसानों का दो लाख रुपये तक का कर्ज माफ करेगी, जिसमें सहकारी और राष्ट्रीयकृत बैंकों का चालू और पुराना ऋण भी शामिल रहेगा. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव जीतते ही कांग्रेस इस वादे से पलट गई.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कमलनाथ सरकार ने किसानों से धोखाधड़ी करते हुए उनका केवल अल्पकालीन फसली ऋण माफ करने का फैसला किया था. चौहान ने कमलनाथ सरकार के पूर्ववर्ती शासनकाल में भारी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि राजधानी भोपाल के वल्लभ भवन (राज्य सचिवालय) को "सरकारी खजाने की लूट और दलाली का अड्डा" बना दिया गया था.

मुख्यमंत्री ने तल्ख लहजे में पूछा कि आखिर यह सरकार (कमलनाथ सरकार) क्यों नहीं गिरनी चाहिए थी?. उन्होंने कहा कि जब वरिष्ठ राजनेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ सरकार के राज में प्रदेश की बुरी हालत देखी, तो उनसे नहीं रहा गया और उन्होंने तब सत्तारूढ़ कांग्रेस से चुनावी वादे पूरे करने को कहा. इस बात पर बिफरे मुख्यमंत्री कमलनाथ ने जोश में आकर उन्हें सड़क पर उतरने को कह दिया.

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उन्होंने (सिंधिया ने) (कमलनाथ सरकार को) निपटा दिया. अब हम क्या करें?. चौहान, इंदौर जिले के सांवेर विधानसभा क्षेत्र पर केंद्रित वर्चुअल रैली को संबोधित कर रहे थे. यह क्षेत्र सूबे की उन 24 विधानसभा सीटों में शामिल है, जहां आने वाले दिनों में उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आने के बाद चौहान सरकार में राज्य के जल संसाधन मंत्री बनाए गए तुलसीराम सिलावट को आगामी उपचुनाव में सांवेर से उम्मीदवारी के लिए भाजपा का टिकट मिलना तय माना जा रहा है.

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