AI से गई नौकरी तो अपनी महिला मित्र के साथ युवक ने बनाया चोरी का प्लान, फिर उड़ा डाली 16 लाख की ज्वेलरी

इंदौर के राऊ क्षेत्र में ज्वेलरी शॉप से हुई 16 लाख रुपये की चोरी का पुलिस ने खुलासा किया है. इस वारदात को किसी पेशेवर चोर ने नहीं बल्कि नीट की तैयारी कर रही छात्रा और एक ग्राफिक डिजाइनर ने अंजाम दिया. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

इंदौर के राऊ क्षेत्र में ज्वेलरी शॉप से हुई 16 लाख रुपये की चोरी का पुलिस ने खुलासा किया है. इस वारदात को किसी पेशेवर चोर ने नहीं बल्कि नीट की तैयारी कर रही छात्रा और एक ग्राफिक डिजाइनर ने अंजाम दिया. दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

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Ravi Prashant
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madhya pradesh news (13)

मध्य प्रदेश क्राइम न्यूज Photograph: (META AI)

मध्य प्रदेश के इंदौर शहर के राऊ क्षेत्र में हुई ज्वेलरी शॉप चोरी की घटना ने सभी को हैरान कर दिया है. पुलिस जांच में सामने आया कि इस वारदात को किसी पेशेवर चोर ने नहीं बल्कि नीट की तैयारी कर रही एक छात्रा और उसका दोस्त, जो एक बड़ी IT कंपनी में ग्राफिक डिजाइनर था, ने अंजाम दिया. दोनों ने मिलकर करीब 16 लाख 17 हजार रुपये के गहने चोरी किए थे.

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AI के कारण नौकरी जाने के बाद बनी चोरी की योजना

पुलिस के अनुसार आरोपी प्रियांशु एक बड़ी IT कंपनी में काम करता था, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बढ़ते उपयोग के कारण उसकी नौकरी चली गई. नौकरी जाने के बाद वह आर्थिक दबाव में आ गया. इसी दौरान उसने अपनी बचपन की दोस्त आर्या, जो नीट की तैयारी कर रही थी, उसके साथ मिलकर चोरी की योजना बनाई. दोनों छठी कक्षा से साथ पढ़े हैं और वर्तमान में राऊ स्थित पलाश परिसर में रह रहे थे.

कई दिनों तक की गई रेकी

टीआई राजपाल सिंह रौठार ने बताया कि दोनों आरोपित कई दिनों से ज्वेलरी शॉप की रेकी कर रहे थे. वे दुकान के खुलने और बंद होने का समय, आसपास की गतिविधियों और सुरक्षा व्यवस्था पर नजर रख रहे थे. वारदात से दो दिन पहले एसआई मधुकर विश्वकर्मा ने संदिग्ध अवस्था में एक स्कूटर खड़ा देखा था और उसका फोटो भी लिया था. उस समय आरोपित स्कूटर को दूर खड़ा कर रेकी करने गए थे.

सीसीटीवी और स्कूटी बनी अहम सुराग

चोरी की घटना के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की जांच की. फुटेज के आधार पर पुलिस को स्कूटी की जानकारी मिली. इसी स्कूटर के जरिए पुलिस आरोपियों तक पहुंची. पुलिस पहले मंडला पहुंची और वाहन मालिक से पूछताछ की. उससे मिली जानकारी के आधार पर प्रियांशु की तलाश शुरू की गई. उसकी लोकेशन घटना स्थल के आसपास ही मिली, जिससे पुलिस का शक और गहरा गया.

भोपाल के पास से गिरफ्तारी

पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों और लोकेशन ट्रेस के आधार पर दोनों आरोपियों को भोपाल रेलवे स्टेशन के पास से बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी के अनुसार दोनों आरोपी चोरी किए गए आभूषणों को बेचने की कोशिश में लगे हुए थे. पुलिस ने उनके कब्जे से 16 लाख 17 हजार रुपये के गहने बरामद कर लिए हैं.

पुलिस की सतर्कता से खुला मामला

डीसीपी ने बताया कि यह मामला दिखाता है कि आर्थिक दबाव और तकनीकी बदलाव किस तरह युवाओं को अपराध की ओर धकेल सकते हैं. पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि आरोपियों ने चोरी की योजना कब और कैसे बनाई और इसमें किसी अन्य व्यक्ति की भूमिका तो नहीं है.

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