ई-रिक्शा सफर के लिए कितना सुरक्षित? इंदौर में जोरदार धमाके के कारण मां-बेटी घायल, सामने आया ये कारण

Blast in e-rikshaw: यह हादसा इंदौर में हुआ है. ई-रिक्शा में मां-बेटी सवार थे कि तभी यह धमाका हुआ. इसमें मां-बेटी बुरी तरह से झुलस गए. सड़क पर अचानक से धुआं उठने लगा

Blast in e-rikshaw: यह हादसा इंदौर में हुआ है. ई-रिक्शा में मां-बेटी सवार थे कि तभी यह धमाका हुआ. इसमें मां-बेटी बुरी तरह से झुलस गए. सड़क पर अचानक से धुआं उठने लगा

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Mohit Saxena
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e rickshaw Photograph: (ani)

Blast in e-rikshaw: ई-रिक्शा की बैटरी में जोरदार धमाके ने नई चर्चा शुरू कर दी है. इंदौर में हुए हादसे ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि बैटरी रिक्शा पर सफर करना कितना सेफ है. दरअसल, इंदौर के विजय नगर इलाके में यह हादसा हुआ. ई-रिक्शा में मां-बेटी सवार थे कि तभी यह धमाका हुआ. इसमें मां-बेटी बुरी तरह से झुलस गए. सड़क पर अचानक से धुआं उठने लगा. चीख पुकार मचने लगी. अब इस मामले में जांच की जा रही है। ई रिक्शा में बैटरी कितनी सुरक्षित हैं, इस पर सवाल उठ रहे हैं. 

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लोगों में डर क्यों बढ़ रहा है?

इस हादसे के बाद इंदौर से लेकर भोपाल तक ई-रिक्शा के यात्रियों में हल्की घबराहट देखी गई है. कई लोगों का कहना है कि यह वाहन छोटी दूरी के लिए तो ठीक हैं. मगर सुरक्षा के लिहाज से इसमें सुधार की बड़ी जरूरत है. एक यात्री के अनुसार, ई-रिक्शा को सवारी के हिसाब से सुरक्षित बनाना जरूरी है. बैटरी फटने जैसी घटनाओं को रोकना बहुत जरूरी है. 

रिक्शा चालकों का क्या है कहना

भोपाल में रिक्शा चालकों से बात करने पर एक नई तस्वीर सामने आई है. ड्राइवर के अनुसार, वे पूरी देखरेख के साथ ही ई-रिक्शा चलाते आए हैं. अधिकतर कंपनी की प्रमाणित बैटरियों का इस्तेमाल होता है.  

क्या है राय 

कई ड्राइवरों का कहना है कि बैटरी की रोजना जांच होना बेहद जरूरी है. इस तरह से रिस्क कम होगा. हम लोगों हर तरह की बारीकी का पता होना बेहद जरूरी है.छोटी गलती भी भारी हो सकती है. इसके साथ बैटरी ओवरचार्ज न होने पाए. गरम हो तो तुरंत जांची जानी चाहिए. ई-व्हीकल बैटरी को लेकर विशेषज्ञों का कहना है कि बैटरी विस्फोट एक दिन में होने वाली समस्या बिल्कुल नहीं है. इसका कारण कई तकनीकी और उपयोग से जुड़ी खामियां होती है.

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