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'कृषि बिल' किसान विरोधी है इसकी लड़ाई हम आगे तक लड़ते रहेंगे: दिग्विजय सिंह

रविवार को राज्यसभा से भी किसानों से जुड़े बिलों को पास कर दिया गया, जिसके बाद विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं. वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी जमकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं.

Updated on: 21 Sep 2020, 03:10 PM

भोपाल:

रविवार को राज्यसभा से भी किसानों से जुड़े बिलों को पास कर दिया गया, जिसके बाद विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हैं. वहीं मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी जमकर सरकार के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. उन्होंने न्यूज नेशन से इस मामले पर खास बातचीत की. दिग्विजय सिंह ने कहा कि  कृषि बिल किसान विरोधी है और इसकी लड़ाई हम आगे तक लड़ते रहेंगे.

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पूर्व मुख्यमंत्री ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि जिस तरीके से संसद के भीतर हुआ है वह किसानों की आवाज दबाने वाला काम था. एमपी में उपचुनाव होने जा रहा है, कृषि बिल एक बड़ा मुद्दा होगा. हम किसानों के बीच में जाकर यह बताएंगे कि यह बिल किसान विरोधी है.

दिग्विजय सिंह ने एमपी सीएम पर निशाना साधते हुए कहा कि शिवराज सिंह चौहान कहते हैं एक बटन से किसानों के जेब में पैसे चले गए हैं. लेकिन किसान कह रहे हैं कि जहर खाने के पैसे नहीं है. वहीं उन्होंने योगी सरकार पर भी हमला करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री किसानों को लेकर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं लेकिन ये बिल किसान विरोधी है.

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वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद से पारित होने वाले किसानों से जुड़े बिलों को 21 वीं सदी के भारत की जरूरत बताया. उन्होंने कहा कि देश की संसद ने, देश के किसानों को नए अधिकार देने वाले ऐतिहासिक कानूनों को पारित किया है. पीएम मोदी ने सोमवार को बिहार को हाईवे और फाइबर नेटवर्क परियोजनाओं की सौगात देने के बाद किसानों से जुड़े बिलों पर फैलाए जा रहे भ्रम को दूर करने की कोशिश की.