Cough Syrup Death Case: मध्य प्रदेश के बैतूल में रहने वाले कबीर समेत कई बच्चों की मौत ने परिवारों को तोड़ कर रख दिया है. कबीर की दादी रोते हुए कहती हैं 'मेरा सुंदर नाती खत्म हो गया साहब'.
Cough Syrup Case: देश में इन दिनों 'कोल्ड्रिफ कफ सिरप” कांड ने हर किसी को झकझोर दिया है. यह वही सिरप है जिसने इलाज के नाम पर 21 मासूम बच्चों की जान ले ली. मध्य प्रदेश और राजस्थान में हुई इन मौतों के बाद पूरे देश में गुस्सा और गम दोनों है. जिन बच्चों की हंसी से कभी घर-आंगन गूंजता था, आज वहां सन्नाटा पसरा है.
मध्य प्रदेश के बैतूल में रहने वाले कबीर समेत कई बच्चों की मौत ने परिवारों को तोड़ कर रख दिया है. कबीर की दादी रोते हुए कहती हैं 'मेरा सुंदर नाती खत्म हो गया साहब, अब क्या करूंगी?' ऐसे ही कई परिवार अपने जिगर के टुकड़ों को खो चुके हैं और अब सिर्फ एक सवाल पूछ रहे हैं —
कफ सिरप में मौत का जहर आया कहां से?
पीड़ित परिवारों का आरोप है कि डॉक्टरों ने बिना जांच किए यह दवा लिख दी. कई लोग यह भी मांग कर रहे हैं कि सिर्फ कंपनी ही नहीं, बल्कि उन डॉक्टरों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए जिन्होंने बिना क्वालिटी चेक किए यह सिरप मरीजों को दिया.
राजस्थान में 42 सैंपल फेल
राजस्थान में जांच के दौरान केसंस फार्मा कंपनी के 42 सैंपल फेल पाए जाने की खबर ने हड़कंप मचा दिया. हालांकि ड्रग डिपार्टमेंट का कहना है कि कफ सिरप में मौजूद 'डेक्सट्रोमेथोरफन' नामक साल्ट से किसी की मौत नहीं हुई है. फिर भी सवाल बरकरार हैं और सच्चाई अभी पूरी तरह सामने नहीं आई है.
अब यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है. अदालत से मांग की गई है कि इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच कराई जाए और देशभर में बिकने वाली दवाओं की सुरक्षा जांच की जाए.
5 राज्यों में रोक
फिलहाल, पांच राज्यों में 'कोल्ड्रिफ' सिरप पर रोक लगा दी गई है, लेकिन उन 21 मासूम जिंदगियों की भरपाई कौन करेगा? उनके परिजनों की आंखों में आज भी यही उम्मीद है कि इस खौफनाक कांड के गुनहगारों को कड़ी सजा मिले ताकि फिर कोई मां अपने बच्चे को दवा देकर मौत के हवाले न करे.
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