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BJP नेता का CM शिवराज पर तंज, 'मोदी तक उनके ट्विटर वार से घायल हो चुके हैं'

मध्य प्रदेश बीजेपी में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश बीजेपी में इन दिनो सब ठीक ठाक नहीं चल रहा है. बीजेपी नेताओ के बीच में जिस तरह से मुलाकातों का दौर चल रहा है उसने अटकलों को और जोर दे दिया है.

Updated on: 08 Jun 2021, 05:14 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश बीजेपी में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व पर सवाल उठने लगे है. बताया जा रहा है कि मध्य प्रदेश बीजेपी में इन दिनो सब ठीक ठाक नहीं चल रहा है. बीजेपी नेताओ के बीच में जिस तरह से मुलाकातों का दौर चल रहा है उसने अटकलों को और जोर दे दिया है. मध्य प्रदेश बीजेपी के तमाम आला नेता एक साथ शिवराज के नेतृत्व की बात दोहरा रहे है. सभी एक सुर से मुख्यमत्री शिवराज सिह चौहान के नेतृत्व को बेहतर बताने के साथ साथ ये भी कह रहे है कि मध्यप्रदेश की सरकार शिवराज के ही नेतृतव में चलेगी. लेकिन क्या वजह है कि आखिर इस तरह से अचानक प्रदेश के नेतो को इस तरह के बयान देने पडे.

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दरअसल पिछले एक हफ्ते में मध्य प्रदेश बीजेपी में बैठकों की ऐसी बयार चली कि राजनैतिक गलियारो में सत्ता संगठन और नेतृत्व को लेकर सवाल खडे हो गए. एक हफ्ते में तकरीबन बडे नेताओ की दर्जन भऱ मुलाकातो ने विपक्ष के कान खडे कर दिए और मीडिया से लेकर राजनीतैतिक गलियारो तक कानफूसी और तेज हो गई.
मुलाकातें भी छोटे नहीं बल्कि देश और प्रदेश बीजेपी के बडे नेताओ के बीच रही. इनमें से शुरूआत हुई दिल्ली मैं मध्य प्रदेश बीजेपी के बडे नेताओ की बैठक के साथ.

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एक हफ्ते पहले मध्यप्रदेश बीजेपी के बडे नेता जिनमें प्रदेश अध्यश्र वी डी शर्मा के सथ संगठन महामंत्री और सह सगंठन मंत्री सहाश भगत और हितानंद शर्मा ने दिल्ली में प्रहलाद पटेल बी एल संतोष सहित कई बडे नेताओ से मुलाकता की. बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव ने एक दिन भोपाल में डेरा डाला और प्रदेश बीजेपी के नेताओ के साथ बैठके की. फिर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा जो क मध्यप्रदेश बीजेपी में या कहे कि मध्यप्रदेश की राजनीति में हर तरह के परिवर्तन मे बडी भूमिका निभाते रहे है उनके साथ तमाम नेताओ की उके साथ बंद कमरे में बैठके रही. इन बैठको ने सिय़ासी हलचले बढा दी क्योकि सूत्रो की माने तो --शिवराज के चौथी पारी में विधायको के बीच असंतोष है.

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सिंधिया और उनके समर्थको के बीजेपी में आने के बाद से कई सारे बीजेपी नेता मंत्री पद नही पा सके उसके चलते भी असंतोष रहा. इसके अलावा सूत्रो के हिसाब से बडी खबर ये है कि कही न कही ज्योतिरादित्य सिंधिया को शिवराज सरकार और उनके कामकाज को लेकर शिकायत है जिसकी शिकायत उन्होने आलाकमान से करी है.
यही वजह है कि तममा मुलाकातो और बैठको के बीच में नेत्तव परिवर्तन की खबरो ने जोर पकड लिया. बीजेपी के बीच मचे घमासान पर कांग्रेस रोज चुटकी लेने से नही चूक रही.

प्रदेश कांग्रेस के ट्वीटर हैडिल पर रोज नए मुख्यमत्री के नाम को लेकर एक ट्वीट किया जा रहा है. इस बीच खबर है कि बुधवार को मुख्यमत्री शिवराज सिह चौहान दिल्ली जा रहे है और पार्टी के आला नेतृतव के सामने अपनी बात रखेगे तो वही राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिधिया बुधवार को ही भोपाल आ रहे है. तमाम अटकलो के बीच दोनो नेताओ के एक समय में अलग अलग दौरो ने राजनैतिक सरगर्मिया को और जोर दे दिया है. प्रदेश के राजनैतिक हालात देखकर इतना तो कहा जा सकता है कि कुछ तो है जिसकी राजदारी है.