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जमशेदपुर में अब आपको फ्री में मिलेगी कानूनी सलाह, रिटायर पुलिस अधिकारियों की अनोखी पहल

जमशेदपुर शहर में फ्री लीगल सेल बनाया गया है. जिसमें जमशेदपुर शहर में काम किए पूर्व थाना प्रभारी, डीएसपी, एसपी और डीआईजी को सदस्य बनाया गया है. साथ ही इसमें अधिवक्ताओं को जोड़ा गया है.

Updated on: 02 May 2023, 02:10 PM

highlights

  • आम नागरिक को फ्री में कानूनी सलाह मिलेगी
  • जमशेदपुर शहर में बनाया गया है फ्री लीगल सेल 
  •  दो मोबाइल नंबर भी किया गया है जारी 
  • फ्री लीगल सेल से शहर की क्राइम पर भी होगा कंट्रोल 

Jamshedpur:

जमशेदपुर शहर में रिटायर पुलिस अधिकारियों की अनोखी पहल देखने को मिल रही है. जहां कोल्हार के पूर्व डीआईजी राजीव रंजन के नेतृत्व में जमशेदपुर शहर में फ्री लीगल सेल बनाया गया है. जिसमें जमशेदपुर शहर में काम किए पूर्व थाना प्रभारी, डीएसपी, एसपी और डीआईजी को सदस्य बनाया गया है. साथ ही इसमें अधिवक्ताओं को जोड़ा गया है. फ्री लीगल सेल बनाने का मकसद शहर में अब पूर्व पुलिस अधिकारी भी वर्दी ना होने के बावजूद भी शहर के लोगों की सेवा करेंगे. फ्री लीगल सेल का कार्यालय जमशेदपुर के एसएसपी कार्यालय के पास बनेगा, जिसमें पूर्व डीआईजी, एसपी, डीएसपी और थाना प्रभारी भी काम करेंगे. इसके द्वारा शहर के कम पढ़े लिखे लोग और गरीब लोग जिन्हें पुलिस के कार्य की जानकारी नहीं होती और वह केस में फस जाते हैं, वैसे लोगों की मदद की जाएगी.

फ्री में मिलेगी कानूनी सलाह 

पूर्व डीआईजी ने बताया कि फ्री लीगल सेल आम नागरिक को फ्री में कानूनी सलाह देगी, कई लोगों को लगता है कि थाने में उनकी बात नहीं सुनी जा रही है. उनको गलत मुकदमे में फंसाया जा रहा है. कई मामले की जानकारी लोगों को नहीं होती है. उन लोगों की मदद की जाएगी, साथ ही हम लोगों की ओर से दो मोबाइल नंबर भी जारी किया गया है. जिससे 24 घंटे हमारे कार्यालय में लोग इस नंबर पर संपर्क कर सकेंगे.

हमें फिर से जीने का मिला हौसला 

फ्री लीगल सेल में जुड़ कर पूर्व पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पुलिस अधिकारी कभी रिटायर नहीं होता मगर कई पुलिस अधिकारी रिटायरमेंट के बाद तीर्थ यात्रा पर चल जाते हैं या अपने गांव में खेती समेत अन्य कार्य में लग जाते हैं. मगर पुलिस अधिकारियों का तीर्थ यात्रा तो लोगों की सेवा ही होती है और सच में इस सेल से जुड़ कर हमें फिर से जीने का हौसला मिला और वर्दी ना होने के बावजूद भी हम वर्दी का काम करेंगे और कहीं ना कहीं इससे हम बेहतर तरीके से अपने काम को लोगों के बीच रख सकेंगे.

शहर की क्राइम पर भी होगा कंट्रोल 

वहीं, पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इससे शहर की क्राइम पर भी कंट्रोल होगा क्योंकि पूरा जीवन हमने एक शहर में नौकरी की है और कई जानकारियां हमें रहती है जो नए पुलिस अधिकारियों को नहीं होती है. इस सेल से जुड़ कर हम जो वर्तमान में पुलिस अधिकारी है. उनको शहर की जानकारी देंगे तो शहर में क्राइम कंट्रोल पर लगाम लगेगा और यह पहल काफी अच्छी है. क्योंकि रिटायरमेंट के बाद हम समझ नहीं पाते कि अब हमें क्या करना है और अपनी जीवन को अंतिम समझ लेते हैं. मगर इस सेल में जुड़कर हमें एक बार फिर वर्दी ना होने के बावजूद भी वर्दी का काम करने को मिलेगा. 

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जनता को मिलेगा बहुत फायदा 

अधिवक्ता ने कहा कि इससे शहर के जनता को बहुत फायदा मिलेगा क्योंकि जमशेदपुर शहर में एक तरफ पढ़े लिखे लोग हैं तो वहीं, दूसरी तरफ कम पढ़े लिखे लोग भी बड़ी संख्या में हैं. क्योंकि यह मजदूरों का शहर है और कई बार देखने को मिलता है कि पढ़े-लिखे नहीं होने की वजह से उन लोगों को थाने से लेकर कोर्ट तक काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. बहुत लोगों को लगता है कि न्यायिक प्रक्रिया में जाएंगे तो लंबा समय लगेगा, ज्यादा रुपए लगेंगे जो की हम फ्री ऑफ कॉस्ट करेंगे.