Weather: प्रकृति की मार...अन्नदाता लाचार, लगातार बारिश से किसान परेशान

साहिबगंज जिले में बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश अब किसानों के लिए आफत बन गई है.

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Vineeta Kumari
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प्रकृति की मार...अन्नदाता लाचार( Photo Credit : News State Bihar Jharkhand)

साहिबगंज जिले में बीते एक सप्ताह से लगातार हो रही बारिश अब किसानों के लिए आफत बन गई है. लगातार बारिश से उत्तर वाहिनी गंगा नदी और गुमानी नदी के आसपास बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगाए गए सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूबकर बर्बाद हो गई है. तो वहीं पहाड़ों के राजा कहे जाने वाले राजमहल की पहाड़ियों पर बरबट्टी और बाजरे की खेती को भी बारिश ने तहस-नहस कर दिया है. आसमानी आफत ने अन्नदाता के माथे पर चिंता की लकीरें और गहरी हो गई है. प्रकृति की मार के आगे लाचार किसान अब सरकार से मदद की उम्मीद लगाए बैठे हैं. राजमहल की पहाड़ियों पर खेती करने वाले किसानों की मानें तो उन्होंने कृषि लोन लेकर खेती की थी.

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प्रकृति की मार...अन्नदाता लाचार 

इस उम्मीद में कि अच्छी फसल होने से उनकी कमाई हो जाएगी, लेकिन मौसम की मार ऐसी पड़ी कि मुनाफा तो दूर अब किसानों को अपने लिए अनाज मिल पाएगा या नहीं इसकी भी गारंटी नहीं है. किसानों का कहना है कि एक तो पहले ही सरकार की अनदेखी के चलते उन्हें ना तो कीटनाशक दवाएं मिल पाती है और ना ही कोई और मदद दी जाती है. ऐसे में बामुश्किल किसान खेती करते हैं वो भी बारिश की भेंट चढ़ जाती है. मौसम की मार सबसे ज्यादा उन किसानों पर पड़ी है जो राजमहल की पहाड़ियों पर खेती करते हैं. क्योंकि इन पहाड़ियों पर खेती करना बेहद मुश्किल है. 

लगातार बारिश से किसान परेशान

हालांकि इस बार बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है. लेकिन जिस साल बारिश तबाही नहीं मचाती उस साल भी किसानों को कुछ खासा मुनाफा नहीं होता. क्योंकि सरकार की ओर से किसानों को सिर्फ बीज मुहैया कराई जाती है. इसके बाद ना तो सिंचाई को लेकर कोई इंतजाम होता है और ना ही क्षेत्र में गोदाम बनाए गए हैं. लिहाजा फसलों की कटाई के बाद किसानों को फसल बेचने के लिए समय ना के बराबर मिलता है औ वो औने-पौने दाम पर फसल बेचने को मजबूर हो जाते हैं. 

किसानों की फसलें हुई बर्बाद

किसानों को देश की रीढ़ कहा जाता है. क्योंकि किसान अपनी मेहनत अपना ही नहीं बल्कि पूरे देश का पेट भरते हैं. लेकिन विंडबना ऐसी है कि देश का पेट भरने वाले किसानों को ही दो जून रोटी के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती है. राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार किसानों के नाम पर वोट बटोरने में कोई पीछे नहीं रहता. लेकिन जब बात किसानों के लिए कुछ करने की आती है तो सब हाथ पीछे खींच लेते हैं. 

HIGHLIGHTS

  • लगातार बारिश से किसान परेशान
  • किसानों की फसलें हुई बर्बाद
  • किसानों को सरकार से मदद की आस

Source : News State Bihar Jharkhand

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