Amit Shah Jharkhand Visit: संथाल परगना की नब्ज टटोलेंगे शाह, 'चुनावी चाणक्य' के दौरे की तैयारियां तेज
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 4 फरवरी को देवघर के दौरे पर आएंगे. लिहाजा शाह के दौरे की तैयारी तेज हो गई है.
highlights
- देवघर में होंगे 'चुनावी चाणक्य'
- शाह के दौरे की तैयारियां तेज
- संथाल परगना की नब्ज टटोलेंगे शाह
- दौरा बहाना... 2024 है निशाना?
Deoghar:
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 4 फरवरी को देवघर के दौरे पर आएंगे. लिहाजा शाह के दौरे की तैयारी तेज हो गई है. बीजेपी ने जहां दौरे को लेकर कमर कस ली है तो वहीं सत्ता पक्ष दौरे को लेकर हमलावर हो रही है, लेकिन इस सब के बीच सवाल ये है कि बीजेपी के चुनावी चाणक्य के इस दौरे के मायने क्या हैं. क्या देवघर की पावन भूमि से शाह 2024 के चुनाव की शंखनाद की तैयारी में है. देवघर में शाह बैद्यनाथ धाम में पूजा अर्चना करेंगे और जनता को सौगात देते हुए एक उर्वरक के कारखाने की आधारशिला भी रखेंगे.
किसानों को बड़ा फायदा
भारतीय कंपनी इफ्को की ओर से बनाए इस कारखाने से आत्मनिर्भर भारत का सपना तो साकार होगा ही इसके अलावा यूरिया के विकल्प के रूप में दूसरे उर्वरक को विकसित करने का सपना भी पूरा होगा. इफ्को की इस फैक्ट्री में नैनो यूरिया बनेगा. जिससे किसानों को बड़ा फायदा होने वाला है. साथ ही दौरे के दौरान गृह मंत्री विजय संकल्प रैली को भी संबोधित करेंगे. वहीं, अमित शाह के दौरे को लेकर बीजेपी तैयारियों में जुटी है. देवघर में बीजेपी के तमाम दिग्गजों का जमावड़ा लग गया है. एक के बाद एक बैठकें कर दौरे और अमित शाह के कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है.
झारखंड का दूसरा दौरा
आपको बता दें कि अमित शाह का हालिया दिनों में ये झारखंड का दूसरा दौरा है. दौरे के दौरान गृहमंत्री कई बैठकें भी करेंगे, लेकिन इस सब के बीच जो बड़ा सवाल है कि आखिर शाह के दौरे के मायने क्या है. इससे पहले अमित शाह चाईबासा के दौरे पर आए थे और इस बार देवघर आ रहे हैं. यानी साफ है कि देवघर की भूमि से शाह संथाल परगना की सियासी नब्ज टटोलने की कोशिश करेंगे. सबसे पहले जानते हैं कि संथाल परगना में कौन से जिले आते हैं. दरअसल इस क्षेत्र में 6 जिले आते हैं. इनमें
गोड्डा, देवघर, दुमका, जामताड़ा, साहिबगंज जिला और पाकुड़ शामिल है.
JMM का गढ़
गौरतलब है कि झारखंड में बीजेपी की स्थिति संथाल परगना में बहुत अच्छी नहीं है. क्योंकि राज्य निर्माण के बाद से ही संथाल को हमेशा से JMM का गढ़ माना जाता है. हालांकि यहां के 3 में से दो लोकसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा है, लेकिन राजमहल सीट पर आज भी JMM का ही कब्जा है. 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 2 सीटों पर मात मिली थी. इन सीटों में चाइबासा और राजहमल की सीटें है. चाइबासा दौरे के जरिए शाह ने एक सीट को साधने की कोशिश की. वहीं, देवघर दौरे के जरिए अब राजमहल सीट पर बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिश करेंगे.
नजर 2024 पर
केंद्र बीजेपी इन दोनों ही सीटों के लिए बेहत गंभीर है और 2024 में इन सीटों पर 2019 वाला परिणाम नहीं दोहराना चाहती. यानी साफ है कि अमित शाह बाबा की नगरी में बाबा से आशीर्वाद लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं को जीत का मंत्री देंगे. एक तरफ तो अमित शाह के दौरे को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं का उत्साह देखते ही बन रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब प्रदेश में सत्ता पक्ष के नेताओं को शाह का दौरा रास नहीं आ रहा है. यही वजह है कि दौरे से पहले ही वार-पलटवार तेज हो गया है.
बहरहाल, केंद्रीय गृहमंत्री के दौरे को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने कमर कस ली है. शाह भी दौरे के जरिए चुनावी बिसात बिछाने की कोशिश में है. अब देखना दिलचस्प होगा कि शाह के दौरों से झारखंड में बीजेपी को क्या फायदा होता है.
रिपोर्ट : उत्तम वत्स
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