गढ़वा कृषि उत्पादन बाजार समिति अरबों की संपत्ति का मालिक है, लेकिन आज हालात ये है कि इसके गरीबी के दिन आ गए हैं. जो बाजार समिति कभी अन्य क्षेत्रों में विकास कार्य करने एवं सुविधाओं का विस्तार करता था. जो दसूरों को फंड उपलब्ध करता था आज उसकी खुद की स्थिति खस्ताहाल हो गई है. दुकानें और गोदाम जर्जर हो चुके हैं. कब गिर जाएंगे कहा नहीं जा सकता, सड़कें कीचड़ में तब्दील हो चुकी है. यहां आने वाले किसान अपने उत्पाद को लेकर इसी स्थिति में ही बैठने को मजबूर हैं.
वर्षों से नहीं हुई मरम्मत
कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर गढ़वा में भवन, गोदाम व दुकान जर्जर स्थिति में पहुंच गए हैं. इनकी मरम्मत वर्षों से नहीं हुई है. जिसके कारण कई भवन गिरने की स्थिति में पहुंच गए हैं. सड़कों की स्थिति भी बद से बदतर है. सड़क की जगह कीचड़ों ने ले ली है. जहां किसान अपने उत्पाद लेकर बैठने को मजबूर है. ग्राहक, व्यापारी, किसान सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बोर्ड द्वारा फंड उपलब्ध नहीं कराए जाने के कारण परिसर की यह स्थिति बन गई है.
पहले हर साल 3.5 करेाड़ रुपये की होती थी आमदनी
आपको बता दें कि कृषि उत्पादन बाजार समिति परिसर में कुल 24 गोदाम है, जबकि 150 दुकानें हैं. जिसमें से ज्यादातर की स्थिति जर्जर हो गई है. साफ सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण परिसर में लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. मालूम हो कि जिले के कुल 38 हाट बाजारों की बंदोबस्ती से बाजार समिति को प्रतिवर्ष 3.5 करेाड़ रुपये की आमदनी होती थी जो अब पूरी तरह से बंद गई है. वहीं, इस मामले में अब कृषि उत्पादन बाजार समिति के पणन सचिव से बाजार परिसर में सुविधाओं के विकास, कमियां, क्षेत्रफल, आवश्यकता आदि के संबंध में विस्तृत रिपोर्ट की मांग की गई है.
रिपोर्ट - धर्मेन्द्र कुमार
HIGHLIGHTS
- बाजार समिति अरबों की संपत्ति का है मालिक
- खुद की स्थिति हो गई खस्ताहाल
- गोदाम व दुकान जर्जर स्थिति में पहुंच गए
- वर्षों से नहीं हुई मरम्मत
- पहले हर साल 3.5 करेाड़ रुपये की होती थी आमदनी
Source : News State Bihar Jharkhand