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सरायकेला में छात्रा ने किया कमाल, कबाड़ से बनाया गजब का जुगाड़

बच्चों का सोशल मीडिया से लगाव आज हर अभिभावक की परेशानी बन गई है.

Updated on: 26 Dec 2022, 05:01 PM

highlights

  • छात्रा ने किया कमाल
  • कबाड़ से बनाया गजब का जुगाड़
  • शीतल ने बनाया सोलर कुकर
  • बिना ईंधन के अब बनेगा खाना

Saraikela:

बच्चों का सोशल मीडिया से लगाव आज हर अभिभावक की परेशानी बन गई है. सोशल मीडिया से ना सिर्फ बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है बल्कि ये उनके दिमाग पर भी बुरा असर डालता है, लेकिन जिस तरह हर सिक्के के दो पहलू है उसी तरह सोशल मीडिया का भी अगर अच्छे से इस्तेमाल किया जाए तो ये मददगार साबित हो सकता है और इसको साबित कर दिखाया है सरायकेला की एक छात्रा ने. जिसने सोशल मीडिया की मदद से एक सोलार कुकर बना दिया.

तस्वीरों में दिखने वाला ये बक्सा सोलर कुकर है. सूर्य की रोशनी के जरिए इसमें किसी भी तरह का खाना बनाया जा सकता है. इसकी खासियत ये है कि शीतल ने इसे कबाड़ से बनाया है. जिले के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली विज्ञान की छात्रा शीतल की इस उपलब्धि की चर्चा पूरे गांव में हो रही है. शीतल की इस उपलब्धि में उसके टीचर्स ने भी उसका साथ दिया है. शीतल के ही स्कूल में पढ़ाने वाली टीचर सरोज मुखर्जी की मानें तो प्राइवेट स्कूलों के तर्ज पर उनकी भी कोशिश है कि सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र भी अपनी अलग पहचान बनाएं और आगे बढे़. स्कूल का एक अपना यूट्यूब चैनल भी है. जिसमें छात्रों की ओर से किए जाने वाले एक्सपेरिमेंट्स को शेयर किया जाता है ताकि उन्हें प्रोत्साहन मिल सके.

स्कूल के प्रिंसिपल भी अपने स्कूल की छात्रा की उपलब्धि की सराहना करते नहीं थक रहे. प्रिंसिपल ने इसके लिए शीतल के साथ ही सभी टीचर्स और छात्रों को धन्यवाद किया है. साथ ही कहा कि स्कूल की कोशिश रहेगी कि हमेशा छात्रों को कुछ नया करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए.

शीतल ने आज साबित कर दिया है कि अगर हम कुछ करने के किए पूरी कोशिश करें तो कोई भी काम असंभवन नहीं है. फिर चाहे हमें उसके लिए सभी संसाधन मिले या ना मिले. शीतल अपने जैसी सभी छात्राओं के लिए मिसाल है.

रिपोर्ट : बीरेंद्र मंडल

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