सरायकेला के कांड्रा थाना क्षेत्र से आई चौंकाने वाली रिपोर्ट, सड़क दुर्घटना में सैकड़ों लोगों ने गंवाई जान
सरायकेला-खरसावां जिले की कांड्रा थाना क्षेत्र से सड़क दुर्घटना पर चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. शायद ही कोई ऐसा दिन हो, जब जिले में कोई सड़क पर दुर्घटना ना हो.
चौंकाने वाली रिपोर्ट( Photo Credit : प्रतीकात्मक तस्वीर)
सरायकेला-खरसावां जिले की कांड्रा थाना क्षेत्र से सड़क दुर्घटना पर चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. शायद ही कोई ऐसा दिन हो, जब जिले में कोई सड़क पर दुर्घटना ना हो. ज्यादातर दुर्घटनाएं ओवर स्पीड या तो शराब पीकर चलाने की वजह से हो रही है. आए दिन लोग काल के गाल में समा रहे हैं, जिससे घर-परिवार उजड़ रहा है. आंकडों पर यदि गौर करें तो, विगत एक वर्ष यानी 2022 में जिला में करीब 150 सड़क दुर्घटनाएं हुई, जिसमें करीब 100 लोगों की जान चली गई या तो वह गंभीर रूप से घायल हुए हैं. हालांकि जिला ट्रैफिक पुलिस व सड़क सुरक्षा समिति द्वारा सड़क दुर्घटनाएं रोकने के लिए प्रयास किये जाते हैं, लेकिन उनका प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है.
पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए कांड्रा के स्थानीय लोगों में काफी रोष है. जानकारी देते हुए स्थानीय व्यक्ति के दुर्गा राव ने बताया कि दुर्घटना होने का सबसे पहला कारण कम उम्र के बच्चों को अभिभावकों द्वारा दिए जाने वाले मोटरबाइक हैं. जो युवा काफी तेज गति से ड्राइव करते हैं. वहीं, प्रशासन की ओर से भी कुछ गलतियां की जा रही है. कांड्रा घनी आबादी वाला क्षेत्र है, जहां आबादी के बीच से मुख्य मार्ग जाता है, लेकिन पूरे मुख्य मार्ग पर कहीं भी ज़ेबरा क्रॉसिंग नहीं बनाया गया है. जिससे सड़क पार करने वाले लोगों में सतर्कता कम हो जाती है.
वहीं, स्थानीय व्यक्ति सुनील मंडल ने बताया कि प्रशासन को सबसे पहले वाहन की गति को निर्धारित करना चाहिए. जब तक वाहन की गति निर्धारित नहीं होगी. तेजी से चलाए जाने वाले वाहन सड़क दुर्घटना को अंजाम देते रहेंगे. कांग्रेस के जिला प्रवक्ता प्रकाश राजू ने बतायालगातार क्षेत्र में रफ ड्राइविंग बढ़ गया है. चाहें वह छोटी गाड़ी हो या बड़ी गाड़ी, सभी रफ ड्राइविंग करते हैं, जो पैदल सड़क पार कर रहे या साइकल से सड़क पार कर रहे लोगों पर कहर जैसा बरसता है. सीधे मौत को गले लगाता है. प्रशासन को गंभीरता से रफ ड्राइविंग पर लगाम लगाने की जरूरत है.