President Draupadi Murmu: भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली पहुंचने वाली हैं द्रौपदी मुर्मू, किया ट्वीट
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को यानि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी जिले के उलहातू गांव के दौरे पर आ रही हैं.
highlights
. भगवान बिरसा मुंडा को राष्ट्रपति श्रद्धांजलि देंगी
. रांची से मध्यप्रदेश के लिए रवाना होंगी
Ranchi:
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को यानि 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी जिले के उलहातू गांव के दौरे पर आ रही हैं. वायु सेना के विशेष विमान से राष्ट्रपति सुबह 8.50 के करीब बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पहुंचेंगी, जहां राज्यपाल रमेश बैस उनका स्वागत करेंगे. वहीं उलिहातू में सीएम हेमंत सोरेन राष्ट्रपति का स्वागत करेंगे. रांची एयरपोर्ट से ही हेलीकॉप्टर से मूर्मू उलिहातू जाएंगी. जहां ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पर भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धासुमन अर्पित करेंगी, यह कार्यक्रम करीब 20 मिनट का है. राष्ट्रपति के आगमन को लेकर उलिहातू में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने के बाद वह सुबह 9.25 के करीब हेलीकॉप्टर से वापिस रांची के लिए रवाना होंगी. जिसके बाद वह रांची से मध्य प्रदेश के लिए रवाना होंगी.
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झारखंड के 22वां स्थापना दिवस पर अपने ऑफिशियल ट्विटर से ट्वीट कर राष्ट्रपति ने झारखंड वासियों को शुभकामनाएं दी. उन्होंने लिखा-
जनजातीय गौरव दिवस पर सभी देशवासियों, विशेषकर जनजातीय समाज के भाइयों और बहनों को मैं बधाई देती हूं!
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
जनजातीय समुदायों ने अपनी कला, शिल्प और कठिन परिश्रम से राष्ट्र के जीवन को समृद्ध किया है।
उनकी जीवनशैली, विश्व समुदाय को प्रकृति के संवर्धन की शिक्षा प्रदान करती है।
जोहार झारखंड!
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
राज्य स्थापना दिवस पर मैं झारखंड के सभी निवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं देती हूं!
मैं चाहती हूं कि झारखंड के लोग अपनी संस्कृति, परम्पराओं और रीति-रिवाजों को संजोते हुए पर्यावरण अनुकूल विकास के नए आयाम स्थापित करें।
झारखंड से राष्ट्रपति का रिश्ता पुराना
बता दें कि द्रौपदी मुर्मू ने झारखंड की पहली महिला राज्यपाल के रूप में 18 मई 2015 को शपथ ली थी और करीब 6 साल तक इस पद पर रहीं. मुर्मू की पहल से ही राज्य के विश्वविद्यालयों में नौ जनजातीय व क्षेत्रीय भाषाओं के लिए अलग-अलग विभाग बने. राष्ट्रपति बनने के बाद यह मुर्मू का झारखंड का पहला दौरा है.
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