नियोजन नीति को लेकर छात्रों का प्रदर्शन सड़कों पर देखने को मिल रहा है. लगातार छात्र इसका विरोध कर रहे हैं. झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में भी इसको लेकर खूब हंगामा हो रहा है. हंगामे के कारण कई बार सदन की कार्यवाही को स्थगति भी किया गया . ऐसे में कल सदन में गहमागहमी देखने को मिली विपक्ष के विधायक अनंत ओझा ने सरकार से सवाल करते हुए कहा कि आप के 3 साल के कार्यकाल में अब तक कितने लोगों को सरकारी नौकरीयां मिली है. जिसका जवाब देते हुआ सत्तापक्ष ने कहा कि इन 3 सालों में अभी तक 357 लोगों को नौकरी दी गई है लेकिन सत्ता पक्ष के मंत्री ने खुद कहा कि इनकी चिंता वाजिब है और सरकार इनकी बातों को गंभीरता से लेकर विचार करेगी.
नियोजन नीति के विरोध में आज रांची के सड़को पर हजारों छात्र उतर सरकार का विरोध करते नजर आ रहे हैं. सभी छात्र ने पुराने विधानसभा से रैली निकली और नए विधानसभा का घेराव करने के लिए आगे बढ़े लेकिन उन्हें विधानसभा के पहले ही बैरेकेटिंग लगा कर रोक दिया गया. रुकने के बाद छात्र सड़क पर ही बैठकर नारेबाजी करने लगे. सरकार के विरोध में नारे लगाने लगे. इसी बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तरफ से एक विधायकों की टीम को छात्रों के पास भेजा गया. उन्होंने छात्रों से बात की और कहा कि सभी विधायक उनके मांग से सहमत है और कहा कि हर हाल में नियोजन मिलनी चाहिए. इसके लिए उन्हें सड़क पर बैठने की जरूरत नहीं है. बल्कि पढ़ाई करने की जरूरत है.
छात्रों ने विधायकों के सामने अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि पढ़ाई का क्या फायदा जब परीक्षा ही सरकार नहीं ले सकती है. करीब एक घंटे की बातचीत में विधायकों ने उनकी बात सरकार तक पहुंचाने की बात कही जिसके बाद छात्रों का विरोध प्रदर्शन समाप्त हुआ. वहीं, इस मामले पर विपक्ष के विधायकों ने कहा कि सरकार छात्रों के साथ अन्याय कर रही है और उन्हें झूठे आश्वासन दिया जा रहा है. नियोजन नीति की आड़ में सरकार छात्रों के साथ एक बड़ी साजिश रच रही है.
HIGHLIGHTS
- छात्रों ने झारखंड विधानसभा का किया घेराव
- अनंत ओझा ने किया सवाल 3 साल में कितने लोगों को मिली नौकरीयां
- विपक्ष ने कहा छात्रों के साथ रची जा रही बड़ी साजिश
Source : News State Bihar Jharkhand