New Update
/newsnation/media/post_attachments/images/2022/12/21/pankaj-mishra-63.jpg)
फाइल फोटो( Photo Credit : File Photo)
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
फाइल फोटो( Photo Credit : File Photo)
झारखंड में अवैध खनन मामला एक बार फिर सियासी गलियारों की सरगर्मी बढ़ा रहा है. सूबे के दो बड़े अधिकारी अब ED की रडार पर है. अधिकारियों पर आरोप है कि उन्होंने ED की गतिविधियों की जासूसी की और कार्रवाई में बाधा डालने की कोशिश की. ईडी ने झारखंड हाई कोर्ट के सामने ये बाते रखी... और अब आरोपी अधिकारियों पर कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है. सूत्रों के मुताबिक, ईडी ने ये भी दावा किया है कि सरकार के कानूनी सलाहकार ने अपने एक करीबी को पंकज मिश्रा से मिलने के लिए जेल में भी भेजा था. ये जानने के लिए कि पुलिस रिमांड के दौरान ईडी ने उनसे और क्या पूछताछ की थी. इस खुलासे के बाद झारखंड में सियायी पारा एक बार फिर हाई हो गया है. शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सदन में भी मुद्दे की गूंज सुनाई दी. जहां बीजेपी नेताओं ने जमकर सरकार के खिलाफ हमला बोला और केस को मैनेज करने का आरोप लगाया तो वहीं सत्ता पक्ष ने भी विपक्ष पर पलटवार किया.
ED का दावा
सियासत से इतर बात करें तो सीएम के विधायक प्रतिनिधि और 1000 करोड़ के अवैध खनन के आरोपी पंकज मिश्रा पर इससे पहले भी जांच को प्रभावित करने का आरोप लग चुका है.
पंकज मिश्रा पर क्या है आरोप?
बहरहाल मामले की जांच जारी है. जांच और सुनवाई के बीच ED हर दिन नए खुलासे कर रही है. अलग-अलग अधिकारी ED की रडार पर आ रहे हैं. यानी प्रदेश में अवैध खनन का मामला फिलहाल तो ठंडे बस्ते में जाते नहीं दिख रहा है. ऐसे में अब सुनवाई का इंतजार है.
रिपोर्ट: राजेश तोमर
HIGHLIGHTS
Source : News State Bihar Jharkhand