logo-image

Moti Jharna: न्यू ईयर में आकर्षण का केंद्र बना मोती झरना, सुंदरता ने जीता सैलानियों का दिल

प्रकृति झारखण्ड राज्य के उपर मेहरबान है, इसलिए तो यहां खनिज संपदाओं के साथ खूबसूरत पर्यटन स्थलों की भरमार है.

Updated on: 28 Dec 2022, 08:37 PM

highlights

  • नव वर्ष में आकर्षण का केंद्र बना मोती झरना
  • हरियाली से जलप्रपात की खूबसूरती में चार चांद लगा
  • मौसम के अनुसार बदलता है यहां का दृश्य

Ranchi:

Moti Jharna: यदि आप झारखंड राज्य के निवासी हैं और झारखंड राज्य को छोड़कर दूसरी जगह जाएंगे, तो आपके मुंह से यहां की प्रकृति की सुंदरता की बात जरूर करेंगे. झारखंड में एक नहीं बल्कि कई ऐसे जगह हैं, जहां प्रकृति की सुंदरता आपका दिल जीत लेगी. प्रकृति झारखण्ड राज्य के उपर मेहरबान है, इसलिए तो यहां खनिज संपदाओं के साथ खूबसूरत पर्यटन स्थलों की भरमार है. उन्हीं में से एक है, सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के गृह नगरी साहिबगंज जिले में स्थित मोती झरना. यह साहिबगंज के सबसे प्रसिद्ध झरना में से एक है, बरसात के मौसम में इस जलप्रपात की मनमोहक व खूब सूरती देखते ही बनती है. ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और झरने के आसपास लगे केले के पत्ते और आस-पास की हरियाली इस जलप्रपात की खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं.

यह भी पढ़ें- पवन पुत्र हनुमान की जन्मस्थली आंजन गांव, लोगों के आकर्षण का बना केंद्र

मोती झरना के पास ही गजेश्वरनाथ मंदिर

इस झरने के पास ही बाबा गजेश्वरनाथ मंदिर है, जो गुफा के अंदर है. यह मंदिर बाबा गजेश्वर नाथ को समर्पित है, जिसे बाबा मोतीनाथ धाम भी कहते हैं. इस कारण से यहां के झरने का नाम मोतीझरना पड़ा. शिव मंदिर और झरने की वजह से भारी संख्या में भक्त और पर्यटक आते हैं और मनोरम दृश्य का लुफ्त उठाते हैं. अगर आप कभी साहिबगंज जाए तो इस जलप्रपात को देखने और आसपास के मनमोहक दृश्य का लुफ्त उठाने अवश्य जाना चाहिए.

सैलानियों के लिए पूरी व्यवस्था

मोती झरना साहिबगंज जिले के तालझारी प्रखंड में स्तिथ है, जिसकी दूरी प्रखंड मुख्यालय से करीब 8-9 किलोमीटर है. यह झरना राज महल के पहाड़ियों से तीन भागों में विभाजित होकर गिरता है, जिसकी ऊंचाई लगभग 50 मीटर है. इस झरने का नाम झरने के पास मोती नाथ (शिवजी) के नाम पर रखा गया है. अब आप तालझारी प्रखंड से जैसे ही मोती झरना की ओर आयेंगे तो आपको खूबसूरत नज़ारे दिखने शुरू हो जाएंगे. ऊंचे पहाड़, आसपास की हरियाली आपके मन को मोह लेगी. पर्यटन विभाग ने पर्यटकों को लुभाने के लिए कई तरह के कार्य किए हैं, जो काफी सराहनीय है. जैसे कई जानवरों की मूर्तियां, वाच टॉवर, बैठेने के लिए सीट इत्यादि है. इन सभी के अलावा छोटे बच्चों के लिए झूले की भी व्यवस्था है. आप अपने परिवार के साथ भी आकर अच्छा समय व्यतीत कर सकते हैं.

यह भी पढ़ें- झारखंड सरकार के 3 साल, लाभार्थियों के खाते में भेजेंगे 1200 करोड़

मौसम के अनुसार बदलता है दृश्य

झरने के पास भी बहुत ही अच्छे ढंग से मंदिर की ओर जाने के लिए और नहाने के लिए पूल जैसी व्यवस्था है, जिसमें पर्यटक अक्सर नहाते हैं. स्थानीय लोगों की मान्यता के अनुसार इस झरने के जल से स्नान करने से चरम रोग दूर हो जाते हैं. अगर आप प्रकृति प्रेमी या फिर फोटोग्राफी के शौकीन हैं, तो आपको यहां जरूर आना चाहिए. मोती झरने की खासियत यह है कि यहां का दृश्य मौसम के अनुसार बदल जाता है, इस झरने को देखने आने का समय मानसून का मौसम है. बरसात में इसमें काफी ज्यादा पानी गिरता है, जो दूर से देखने में बेहद ही शानदार दिखाई देता है. अगर आप मोती झरना घूमने जाने का मन बना रहे हैं तो आप को बरसात के मौसम या फिर ठंड के मौसम में जाना चाहिए.