कोडरमा बना दलालों का अड्डा, डॉक्टरों के नाम पर बरगलाये जाते हैं मरीज
मामला कोडरमा से हैं जहां एक व्यक्ति से जबरदस्ती पैसे ले लिए गए और फिर जब उसने वापस मांगे तो देने से मना कर दिया गया. जिसके बाद उसने काफी विरोध किया तो उसके पैसे वापस दिए गए.
मामला कोडरमा से हैं जहां एक व्यक्ति से जबरदस्ती पैसे ले लिए गए और फिर जब उसने वापस मांगे तो देने से मना कर दिया गया. जिसके बाद उसने काफी विरोध किया तो उसके पैसे वापस दिए गए.
कोडरमा बना दलालों का अड्डा( Photo Credit : फाइल फोटो )
झारखंड में झोलाछाप डॉक्टरों के कारण आय दिन लोगों की जान जाती रहती है, लेकिन अब मेडिकल दुकनदारों की दलाली देखने को मिल रही है. जिसका शिकार कई लोग होते हैं. धोखे से लोगों से पैसे वसूले जाते हैं. अब इनकी मनमानी इतनी बढ़ गई है कि लोगों की परेशानी बढ़ गई है. ताजा मामला कोडरमा से हैं जहां एक व्यक्ति से जबरदस्ती पैसे ले लिए गए और फिर जब उसने वापस मांगे तो देने से मना कर दिया गया. जिसके बाद उसने काफी विरोध किया तो उसके पैसे वापस दिए गए.
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मेडिकल वालों की चल रही है दलाली
दरअसल जिले के झुमरीतिलैया शहर के राजगढ़िया रोड में आए दिन मेडिकल वालों की दलाली देखने को मिल रही है. आज भी कुछ दलालों द्वारा एक व्यक्ति के पैकेट से पैसे निकालकर एक मेडिकल दुकान में नंबर लगा दिया गया और जब उस व्यक्ति ने इसका विरोध किया और अपने पैसे वापस मांगे तो उन दलालों द्वारा पैसे देने से मना कर दिया गया. इस मामले में मरीज राजकुमार मेहता ने कहा कि मैं सुबह यहां देव फार्मा में दिखाने आया था. जब मैं आया था तब देव फार्मा बंद था तो मैं यहां घूम रहा था तब पारस मेडिकल के कुछ दलालों द्वारा मुझे बहला फुसलाकर मुझसे पैसे ले लिये गये. जब मैंने विरोध किया और कहा कि मेरे पैसे वापस करें तो उनलोगों ने देने से मना कर दिया. तब मैंने देव फार्मा के मालिक से कहा तो उन्होंने मेरे पैसे को वापस करने को कहा लेकिन उन दलालों द्वारा मना कर दिया गया, फिर कुछ समय बाद मेरे पैसे को वापस कर दिया गया.
वहीं, इस संबंध में देव फार्मा के मालिक अशोक वर्णवाल ने बताया कि आए दिन मेडिकल दुकानदार की दलाली काफी बढ़ गई है. कुछ मेडिकल दुकानदार अपने दुकान के बाहर डॉक्टरों का बोर्ड लगाकर मरीजों को आये दिन ठेकने का काम करते हैं. मामले में अन्य दुकानदारों ने कहा कि इन लोगों की दलाली काफी बढ़ गई है. जिसके कारण अन्य मेडिकल दुकानदारों के साथ साथ मरीजों को भी परेशानी होती है क्योंकि जिन मेडिकल दुकानदारों के द्वारा दलाली की जाती है. उनके दुकान के बाहर बोर्ड में ऐसे डॉक्टरों का नाम लिखा गया है. जिसमें से एक भी डॉक्टर उस मेडिकल में नहीं आते हैं.