योगांध्र 2025 : विशाखापट्टनम में पीएम मोदी का स्वागत, आंध्र प्रदेश बना वैश्विक योग आंदोलन का केंद्र
पीएम मोदी ने ओडिशा को दी 18,653 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात
मौत से चंद घंटे पहले तक शूटिंग करती रही ये एक्ट्रेस, कहलाती थी बॉलीवुड इंडस्ट्री की मां
Kota Suicide Case: कोट में युवक ने लगाया मौत को गले, आठ पन्नों के सुसाइड नोट में किया 4 लोगों का जिक्र
International Yoga Day 2025: अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस आज, विशाखापत्तनम में PM मोदी, जम्मू कश्मीर पहुंचे रक्षा मंत्री
MP: श्योपुर में समय से पहले मानसून की दस्तक, भारी बारिश से खिरखिरी नदी में उफान, टूटा कई गांवों से संपर्क
भारत-इंग्लैंड टेस्ट : शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल के शतक, भारत का स्कोर 359/3
ईडी ने ईएसओपी अनियमितताओं को लेकर केयर हेल्थ इंश्योरेंस की जांच की, वरिष्ठ अधिवक्ता को भेजा गया समन वापस लिया
जिद, जुनून और जीत की मिसाल : 21 जून को जन्मी विनीता ने दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर लहराया था तिरंगा

Jharkhand Weather: कम बारिश ने बढ़ाई चिंता, मौसम की मार से अन्नदाता लाचार

Jharkhand Weather update: एक तरफ बिहार में बाढ़ बारिश लोगों के लिए कहर बनकर बरस रही है, तो वहीं झारखंड में मानसून की बेरुखी अन्नदाता के माथे पर शिकन का कारण बन गई है.

Jharkhand Weather update: एक तरफ बिहार में बाढ़ बारिश लोगों के लिए कहर बनकर बरस रही है, तो वहीं झारखंड में मानसून की बेरुखी अन्नदाता के माथे पर शिकन का कारण बन गई है.

author-image
Vineeta Kumari
New Update
summer weather

कम बारिश ने बढ़ाई चिंता( Photo Credit : फाइल फोटो)

Jharkhand Weather update: एक तरफ बिहार में बाढ़ बारिश लोगों के लिए कहर बनकर बरस रही है, तो वहीं झारखंड में मानसून की बेरुखी अन्नदाता के माथे पर शिकन का कारण बन गई है. बारिश की बाट जोह रहे किसान परेशान हैं क्योंकि अभी तक खेतों में धान की रोपाई शुरू भी नहीं हो पाई है. मौसम की मार गढ़वा पर सबसे ज्यादा पड़ रही है. जिले में किसानों के चेहरे मुरझा गए है. अबतक उम्मीद के हिसाब से बारिश नहीं हुई है. लिहाजा खेत में पड़े बिछड़े सूखने की कगार पर है. जिले में 55 हजार हेक्टेयर जमीन पर धान की खेती करने का लक्ष्य है, लेकिन बारिश ना होने के चलते अबतक महज 75 प्रतिशत ही बिछड़ा तैयार हो पाया है. गढ़वा में किसान इसलिए भी परेशान हैं क्योंकि जिले में इस साल मानसून 20 दिन देरी से आया है. वो भी अब धीमा पड़ गया है.

Advertisment

यह भी पढ़ें- Politics: कानून व्यवस्था पर वार-पलटवार, BJP के निशाने पर हेमंत सरकार

कम बारिश ने बढ़ाई चिंता

ऐसे में किसान खेतों में पानी के फुहारे मार रहे हैं. ताकि खेतों में दरारें ना आए. कम बारिश सिर्फ गढ़वा ही नहीं बल्कि कई जिलों में किसानों के लिए परेशानी का सबब बन रही है. जुलाई महीने में अब तक जिले में 124.22 एमएम तक बारिश हुई है, जबकि इससे दोगुने बारिश की जरूरत है. जिले के क़ृषि पदाधिकारी का कहना है कि बारिश कम होने की वजह से रोपाई शुरू नहीं हो पाई है. उम्मीद है कि इस महीने बारिश होगी जिसके बाद रोपाई शुरू हो सकती है.

मौसम की मार से अन्नदाता लाचार

गढ़वा में फिलहाल तो बिछड़ा बचाने पर भी आफत है. रोपाई तो दूर की बात. किसानों के परेशानी दोगुनी इसलिए भी है क्योंकि शासन प्रशासन की ओर से सिंचाई के लिए कोई दुरुस्त व्यवस्था नहीं की जाती. यही वजह है कि किसान पूरी तरह से बारिश पर निर्भर होते हैं.

HIGHLIGHTS

  • बिहार में बाढ़... झारखंड में सुखाड़
  • कम बारिश ने बढ़ाई चिंता
  • मौसम की मार से अन्नदाता लाचार

Source : News State Bihar Jharkhand

Jharkhand Weather Update hindi news update jharkhand latest news farmers Garhwa News Jharkhand Weather
      
Advertisment