धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल में भी महंगाई की मार देखी जा रही है. अस्पताल प्रशासन ने मरीजों की थाली में कटौती की है. जिसमें दूध से लेकर अंडे तक में कमी की गई है. देश में मंहगाई की मार से आज हर कोई परेशान है. आम जनता हो या खास, मंहगाई ने किसी को नहीं छोड़ा है. ऐसे में मंहगाई का सबसे पहला असर जो दिखता है वो सीधे आपकी थाली पर ही दिखता है. बढ़ती मंहगाई की मार झारखंड के अस्पताल में इलाज करा रहे मरीजों के खानों पर इस कदर भारी पड़ रही है कि थाली से अंडो की संख्या और गिलास से दूध की नाप घट गई है. मरीजों को दिए जाने वाले दूध की मात्रा, अंडों की संख्या जहां पहले 2 थी उसे एक कर दिया गया है. आपको बता दें कि स्वास्थ्य विभाग मरीजों के लिए दूध, ब्रेड, बटर और अंडा समेत कई पोष्टिक भोजन देने के लिए लाखों रुपये खर्च करती है.
मरीजों की थाली में की गई कटौती
अस्पताल प्रशासन इस बात को स्वीकार रहा है कि मंहगाई के कारण थोड़ी कमी की जा रही है. धनबाद के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की बात है. जहां मरीजों की थाली में कटौती की जा रही है. हालांकि इसमें अस्पताल प्रशासन कुछ कर नहीं सकता. क्योंकि जितना बजट सरकार देती है उतने में ही मरीजों को खाना मुहैया कराना ये अस्पताल प्रशासन कर रहा है. ऐसे में झारखंड सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन और स्वास्थ मंत्री बन्ना गुप्ता को जरुरत है कि कम से कम इलाज के लिए एडमिट मरीजों की थाली में कटौती ना की जाए और मरीजों को उचित मात्रा में संतुलित आहार भी मिलते रहे.
दूध की मात्रा में की गई कमी
अस्पताल अधीक्षक अरुण बर्णवाल ने बताया कि महंगाई बढ़ी है तो मात्रा में कमी जा रही है. 100 रुपये में चार समय मरीजों को नाश्ता भोजन देना है. सुबह दोपहर शाम और रात का भोजन. सरकार के तरफ से कोई बढ़ोतरी नहीं की गई है. इसलिए ऐसा हो रहा है. जांच कराएंगे अगर कोई खामी मिलती है तो कार्रवाई की जाएगी.
रिपोर्ट : नीरज कुमार
HIGHLIGHTS
- सरकारी अस्पताल में महंगाई की मार
- मरीजों की थाली में की गई कटौती
- दूध की मात्रा में की गई कमी
- मरीजों को मिलने वाले अंडों की संख्या भी हुई कम
Source : News State Bihar Jharkhand