देश-विरोधी ताकतों से एकजुट होकर मुकाबला करने की आवश्यकता है, जो भी इसकी अगुआई करें. सभी लोगों को एकजुट होकर वैसे ताकत को रोकने में आगे आना होगा. आज देश में जिस तरह की स्थिति बनी है. देश के जननेता और देश के जिम्मेदार नागरिक को चिंतन करने की आवश्यकता है कि लोकतंत्र की परिभाषा क्या है. हमारी जिम्मेदारी क्या है, लोकतंत्र में एक वोट का क्या महत्व है, किस तरह उसका उपयोग जनप्रतिनिधि चुनने में करें, लेकिन आज लोकतंत्र का मखौल उड़ाया जा रहा है कि सत्ता कैसे हथियाया जाए. आने वाले दिनों के देश की स्थति खराब न हो समय रहते सचेत होने की आवश्यकता है.
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कांग्रेस नेता ने मुलाकात पर दी प्रतिक्रिया
कांग्रेस कोटे के मंत्री आलमगीर आलम ने कहा, नीतीश कुमार की कोशिश है , एक साथ देश भर के अलग अलग दल के नेता हैं उनसे मिल कर एक साथ पार्लियामेंट चुनाव हो. वर्तमान केन्द्र सरकार जो लोकतंत्र को कमजोर कर रही है, उसे पराजित करने का काम करें. बिहार से ही जयप्रकाश नारायण ने प्रयास कर उस वक्त कांग्रेस को हराने का काम किया था. एकता और संगठन अगर सुनिश्चित कर लें कि हमें इसे हराना है, तो सहज हो जाता है.
नीतीश कुमार एक अनुभवी और सर्वमान्य नेता
नीतीश कुमार एक अनुभवी और सर्वमान्य नेता हैं. वर्षो बरस से राजनीति में उनके नाम का डंका बजता रहा है. ममता बनर्जी से लेकर साउथ ने नेता से मिलना हो या हेमंत सोरेन से मुलाकात है. नीतीश कुमार यहां सीट के बंटवारे के लिए नहीं बल्कि विपक्षी एकजुटता के लिए आ रहे हैं. उनका मकसद झारखंड में भी एकजुटता के साथ केंद्र सरकार के खिलाफ लड़ना है. नीतीश कुमार आने वाले दिनों में सफल होगें. जेएमएम कोटे से मंत्री हफीजूल हसन ने कहा, अभी औपचारिकता के तहत मुलाकात करने आ रहे हैं. यूपीए का जो गठबंधन है उसके तहत सिर्फ जेडीयू का बिहार में गठबंधन है. राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन नहीं हुआ है, वो झारखंड आ रहे हैं. जैसा अच्छा होगा वैसा करेगें. जिस तरह का देश का माहौल है, कर्नाटका में कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है और बीजेपी के लोग बौखला गए हैं. देश को बचाने के लिए विपक्ष का एक जुट होना जरूरी है.
नीतीश कुमार एक प्रबुद्ध राजनैतिक व्यक्ति- राजद
राजद नेता राधाकृष्ण किशोर ने कहा, नीतीश कुमार एक प्रबुद्ध राजनैतिक व्यक्ति है. झारखंड आ रहे हैं उनका उद्देश बिलकुल साफ है, जो विपक्ष की पार्टियां हैं, वो एकजुट हो जाएं ताकि आसानी से वर्तमान केंद्र सरकार को हटा कर एक अच्छी सरकार देश को दिया जा सके. एक तरफ सत्ता पक्ष तो दूसरी तरफ विपक्ष है. बिहार में राजनैतिक स्तर पर परिवर्तन के बाद ये महसूस होने लगा विपक्षी एकता की आवश्यकता है. नीतीश कुमार देश भर में विपक्ष के नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं और उसी परिपेक्ष में रांची आ रहे हैं. लोग अब बीजेपी की सरकार से ऊब चुके हैं.
नीतीश कुमार 2000 से ही झारखंड में तलाश रहे जमीन
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने निशाना साधते हुए कहा, नीतीश कुमार लगातार 2000 से ही झारखंड में जमीन की तलाश कर रहे हैं और उसमें असफल हुए हैं. राज्यसभा के सदस्य बनाने के लिए उन्हें बिहार की जरूरत पड़ी. ना उनके पास जनता है, ना जनाधार है, ना इनके पास संगठन है. सुपर फ्लॉप पार्टी और सुपर फ्लॉप पार्टी के नेता नीतीश कुमार झारखंड के परिपेक्ष्य में हुए हैं. पीएम बनाने निकले हैं, पहले जिस राज्य के सीएम हैं उस राज्य की स्थिति को आंके. किस प्रकार वहां अपराध और अपराधियों का तांडव है. विकास की जगह विनाश की कहानी लिखी जा रही है. जिस आरजेडी के खिलाफ नीतीश कुमार हल्ला और हंगामा करते थे. भ्रष्टाचारियों से हाथ मिलाने का काम किया. आज किस कारण कांग्रेस से नीतीश कुमार का प्रेम हुआ, ये भी जनता जानना चाहती है.
HIGHLIGHTS
- शाम 5 बजे सीएम सोरेन और नीतीश कुमार की मुलाकात
- कांग्रेस नेता ने मुलाकात पर दी प्रतिक्रिया
- नीतीश कुमार एक अनुभवी और सर्वमान्य नेता
- नीतीश कुमार एक प्रबुद्ध राजनैतिक व्यक्ति- राजद
Source : News State Bihar Jharkhand