झारखंड में डुमरी उपचुनाव को लेकर तैयारियों का दौर जारी है. उप चुनाव की तारीखों का भले ही ऐलान ना हुआ हो, लेकिन सत्ता पक्ष और विपक्ष अपने अपने तरीके से रणनीति बनाने में जुट गई है. ये उपचुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि 2024 से पहले ये प्रदेश की पार्टियों के लिए किसी लिटमस टेस्ट से कम नहीं होगा. ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही निर्वाचन आयोग चुनावी तारीखों का ऐलान कर सकती है. अब जैसे-जैसे चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां अपनी कमर कसने में लगी हैं.
JMM का गढ़
बात करें डुमरी विधानसभा के समीकरण की तो डुमरी विधानसभा सीट झारखंड के मध्य क्षेत्र का हिस्सा है. यहां की 90 फीसदी आबादी ग्रामीण है. बाकी 10 फीसदी आबादी शहरी इलाकों में रहती है. इस विधानसभा सीट में 10.97 फीसदी अनुसूचित जाति की है और 10.68 फीसदी अनुसूचित जनजाति की आबादी है. डुमरी विधानसभा को JMM का गढ़ माना जाता है. दिवंगत नेता जगरनाथ महतो डुमरी से लगातार 4 बार विधायक रहे.
कौन होगा प्रत्याशी ?
JMM के गढ़ होने के कारण ही उपचुनाव को लेकर प्रदेश की सत्ता पक्ष में जोश हाई है. इस बीच खबरें ये आ रही है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के दिवंगत नेता जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी ही इस सीट से JMM की प्रत्याशी होंगी, जिसे कांग्रेस और यूपीए घटक दल के सभी सहयोगी समर्थन दे रहे हैं. एक तरफ JMM जोश से भरी है तो बीजेपी भी अपनी रणनीतियां बनाने में जुटी है. रामगढ़ उपचुनाव में बीजेपी और आजसू के गठजोड़ ने अच्छा प्रदर्शन किया और सीट अपने नाम की. ऐसे में एनडीए से डुमरी विधानसभा उपचुनाव में भी आजसू से ही प्रत्याशी बनाए जाने की संभावना जताई जा रही है.
बहरहाल, डुमरी की तैयारियों में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों ने ही एड़ी चोटी का जोर लगाना शुरू कर दिया है, लेकिन इन तैयारियों का फायदा कौन सी पार्टी को मिलता है ये तो चुनावी नतीजों से ही पता चलेगा.
रिपोर्ट : सूरज कुमार
HIGHLIGHTS
- डुमरी उपचुनाव की तैयारियां तेज
- जल्द हो सकती है तारीखों की घोषणा
- 6 पार्टियां... दो उम्मीदवार
किसकी जीत... किसकी होगी हार?
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