रांची/सूरज कुमार. झारखंड में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जहां लूट और डकैती के आरोप में एक शख्स को गिरफ्तार किया था. उसके बाद पलामू की पुलिस ने जो हैवानियत दिखाई वह रोंगटे खड़े कर देने वाली थी. यह मामला अब झारखंड विधानसभा में गूंजा है. इसको लेकर रांची से न्यूज नेशन की टीम ने खास रिपोर्ट कवर की.
लूट के आरोप में गिरफ्तार आरोपी महफूज के शव को देखने पर उसके साथ हुई घटना के गवाही दे रहा है. महफूज के नाखून को उखाड़ लिया गया. प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल डाला गया और आंख पर इतना जोर से मारा कि उसके आंख की रोशनी चली गई थी. इसका जुर्म था कि पुलिस वालों की हां में हां नहीं मिला रहा था. पुलिस दबाव डाल रही थी कि चोरी और लूट की घटना में शामिल होने की बात को स्वीकार कर लो. यह बात नहीं स्वीकारना महफूज को भारी पड़ा और पुलिस की कस्टडी में ही उसकी जिंदगी खत्म हो गई. 6 मार्च को गिरफ्तार महफूज ने रविवार शाम को महफूज ने रिम्स में दम तोड़ दिया. इसके बाद महफूज के परिजनों ने पुलिस पर सवाल खड़ा किया है.
पलामू SP पर भी गंभीर आरोप
मृतक महफूज के बड़े भाई ने बताया कि महफूज को 1 मार्च को नावा बाजार के दुकान से पुलिस लेकर गई थी.इसके बाद वह लोग थाने गए तो वहां इनकार कर दिया गया कि पुलिस इन्हें थाने में लेकर नहीं आई है. जब सवाल पूछा तो कहा गया कि यहां से चले जाओ, नहीं तो तुम्हें भी अंदर कर देंगे. महफूज के भाई ने पलामू एसपी पर भी गंभीर आरोप लगाया है जिसकी पूरी जांच सीबीआई से करने की मांग कर रहे हैं.
पुलिस महकमा हो रहा शर्मसार
वहीं, इस घटना ने झारखंड सरकार के पुलिस महकमा को शर्मसार कर दिया है. इस घटना की गूंज विधानसभा के चलते सत्र के दौरान सुनाई दी. विपक्ष ने इस घटना पर विधि व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कड़ी निंदा की है. विपक्ष आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई कर सस्पेंड करने की मांग कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें:कर्नाटक के मुस्लिम आरक्षण को लेकर संसद के दोनों सदनों में हंगामा, बीजेपी ने घेरा तो कांग्रेस ने दिया जवाब