Parliament News: सोमवार को संसद के दोनों सदनों राज्यसभा और लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ. ये हंगामा कर्नाटक में मुस्लिम आरक्षिण के चलते हुआ. दरअसल, केंद्रीय संसदीय कार्य और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने राज्यसभा में कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार के मुस्लिम आरक्षण को लेकर दिए गए बयान का मुद्दा उठाया.
रिजिजू ने कहा कि, डीके शिवकुमार ने संविधान में बदलाव की बात कही है. उन्होंने कहा कि ऐसा कहना संवैधानिक प्रावधानों के खिलाफ है. उसके बाद इस मुद्दे को लेकर राज्यसभा और लोकसभा में जमकर हंगामा हुआ. जिसके चलते दोनों सदनों की कार्यवाही को दोपहर दो बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा.
किरण रिजिजू ने उठाया मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा
केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि, लोकसभा और राज्यसभा में जो आवाज उठाई जा रही है वो कोई मामूली मुद्दा नहीं है. जो संवैधानिक पद पर बैठा हुआ है. कांग्रेस पार्टी का वरिष्ठ नेता जो संवैधानिक पद पर बैठा हुआ है वो ये कहता है कि मुसलमानों को आरक्षण दिया जाएगा और भारत के संविधान को बदला जाएगा, ऐसे में ये सदन चुप कैसे रह सकता है.
रिजिजू ने कहा कि ये बहुत गंभीर मुद्दा है 1947 में मुस्लिम लीग प्रस्ताव लाई थी कि मुसलमानों के लिए संवैधानिक आरक्षण होना चाहिए. तब सरदार पटेल और पूरे सदन ने मुस्लिम आरक्षिण को खारिज किया था. रिजिजू ने कहा कि भारत के संविधान में धर्म के नाम पर कोई आरक्षण नहीं हो सकता.
धर्म के आधार पर नहीं दिया जा सकता आरक्षण- जेपी नड्डा
वहीं केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि, कांग्रेस पार्टी खुद को संविधान की रक्षक बताती है. उन्होंने कहा कि, बाबा साहब ने स्पष्ट कहा है कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता, लेकिन कांग्रेस सरकार मुस्लिम धर्म के लिए संविदा में चार प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया है. नड्डा ने कहा कि कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने वहां के सदन में कहा है कि जरूरत पड़ी तो हम संविधान को बदलेंगे. नड्डा ने कहा कि ये लोग संविधान के बड़े रक्षक बनते हैं. लेकिन वहां संविधान की धज्जियां उड़ाने का काम किया है.
संविधान बदलने के आरोपों पर क्या बोले खरगे?
संविधान बदलने के आरोपों पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सदन में जवाब दिया. खरगे ने कहा कि, 'बाबा साहब ने देश का संविधान बनाया. उसे कोई नहीं बदल सकता. इसकी रक्षा के लिए हमने कन्याकुमारी से कश्मीर तक भारत जोड़ो यात्रा निकाली.' खरगे ने पूछा कि, किसने कह दिया कि हम संविधान बदलने जा रहे हैं.'