logo-image

9 महीने से एक ही केस पुलिस के लिए बना सिरदर्द, बार-बार लापता हो रही लड़की

हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र से गोंदलपुरा गांव की एक घटना पिछले लगभग 9 माह से पुलिस के लिए गले की फांस बनी हुई है.

Updated on: 07 Dec 2022, 02:02 PM

highlights

. बार-बार लापता हो रही हजारीबाग की युवती

. पुलिस ने दिया परिजन को दिलासा

Hazaribagh:

हजारीबाग के बड़कागांव थाना क्षेत्र से गोंदलपुरा गांव की एक घटना पिछले लगभग 9 माह से पुलिस के लिए गले की फांस बनी हुई है. इस पूरे मामले में ट्विस्ट ऐसा कि बार-बार एक ही नाबालिग कई बार लापता होती है और पुलिस हर बार उसे बरामद करती है और अपने आप को सफल घोषित कर देती है, लेकिन फिर से वहीं मामला सामने आ खड़ा होता है. पुलिस प्रशासन द्वारा विस्तृत जांच पड़ताल करने पर यह बात प्रकाश में आई है कि लालदेव कुमार की नाबालिग बेटी के अपहरण करने के संबंध में बड़कागांव थाना में दो केस दर्ज किए गए हैं. जिसमें प्राथमिक अभियुक्त करण यादव को निरूद्ध कर बाल सम्प्रेक्षण गृह, हजारीबाग भेजा गया है. अपहृता का धारा-164 के तहत माननीय न्यायालय में बयान दर्ज कराने के उपरांत पीड़िता द्वारा अपने माता-पिता के साथ घर जाने के अनुरोध पर उसके परिजन को जिम्मेनामा बनाकर सौंपा गया था.

यह भी पढ़ें-राज्य में तेजी से बढ़ रही ठंड, न्यूनतम तापमान में आएगी और गिरावट

जिसके बाद पीड़िता अपने घर चली गई. इसके उपरांत जब पुलिस द्वारा बरामद कर माननीय न्यायालय व बाल कल्याण समिति के समक्ष पीड़िता को प्रस्तुत किया गया, तो उसने घर जाने से इनकार कर दिया. जिसके बाद सीडब्लूसी के आदेश पर पीड़िता के बयानोपरांत उसे विधिवत सुरक्षार्थ होप हाउस, धनबाद पहुंचाया गया. बता दें कि पीड़िता को फिर से अपहरण करने के आरोप में बड़कागांव थाना में केस दर्ज कराया गया है, जिसमें अपहृता को बरामद कर माननीय न्यायालय के आदेशानुसार सीडब्लूसी में बयान दर्ज कराकर बाल स्वधार गृह भेजा गया था. कुछ दिन पूर्व पीड़िता अन्य 6 लड़कियों के साथ भाग गई. इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज कर जांच की जा रही है.

बार-बार लड़की की गुमशुदगी और पुलिस द्वारा बरामदगी की घटना होने पर भी लड़की के परिजन किसी भी सूरत में प्रेम प्रसंग का मामला मानने को तैयार नजर नहीं आ रहे हैं. वहीं आला अधिकारियों के यहां से मुख्यमंत्री के दरवाजे होते हुए यह गुहार अब झारखंड के राज्यपाल तक जा पहुंची है, जहां से राज्यपाल महोदय के द्वारा लड़की के परिजनों को दिलासा दिया गया कि जल्द ही लड़की को उन्हें सुपुर्द कर दिया जाएगा. 

दरअसल, नाबालिग इससे पहले भी तीन बार अपने प्रेमी संग फरार हो चुकी है लेकिन हर बार पुलिस उसे ढूंढ लाती थी लेकिन इस बार फिर से बाल सुधार गृह से नाबालिग का भागने का मामला सामने आया है. वहीं लड़की के परिजन इस घटना में प्रेम प्रसंग मानने को तैयार ही नहीं हो रहे.

रिपोर्टर- रजत कुमार