बैंकों की मनमानी से अन्नदाता परेशान, नहीं मिल पा रहा योजना का लाभ

गढ़वा में किसान बैंकों की मनमानी से बेहद परेशान है. दरअसल KCC योजना के तहत किसानों के फॉर्म्स को कई बैंकों में भेजा गया था, लेकिन बैंकों ने आधे फॉर्म्स तो वापस कर दिए और आधे आज तक पेंडिंग है.

गढ़वा में किसान बैंकों की मनमानी से बेहद परेशान है. दरअसल KCC योजना के तहत किसानों के फॉर्म्स को कई बैंकों में भेजा गया था, लेकिन बैंकों ने आधे फॉर्म्स तो वापस कर दिए और आधे आज तक पेंडिंग है.

author-image
Jatin Madan
New Update
garhwa news

किसानों का आवेदन बैंक में पेंडिंग.( Photo Credit : News State Bihar Jharakhand)

गढ़वा में किसान बैंकों की मनमानी से बेहद परेशान है. दरअसल KCC योजना के तहत किसानों के फॉर्म्स को कई बैंकों में भेजा गया था, लेकिन बैंकों ने आधे फॉर्म्स तो वापस कर दिए और आधे आज तक पेंडिंग है. जिसके चलते किसानों को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है. भारत की आबादी का लगभग 60 फीसदी हिस्सा कृषि पर निर्भर है. किसान हमारे देश की रीढ़ माने जाते हैं. कोरोना काल में भी जब तमाम सेक्टर्स धराशाई हो गए थे उस वक्त भी सिर्फ एक कृषि क्षेत्र ही था जिसने अर्थव्यवस्था को ऊंचाई दी, लेकिन इस सब के बाद भी हमारे देश के किसानों की दुर्गती किसी से छिपी नहीं है. एक तो योजनाएं बनने में कई साल लग जाते हैं, लेकिन योजना बनने के बाद भी किसानों को उसका लाभ नहीं मिल पाता है. कभी प्रशासन की अनदेखी तो कभी जनप्रतिनिधियों की लापरवाही और इस सब पर भारी बैंकों की मनमानी.

Advertisment

KCC योजना का नहीं मिल रहा लाभ

गढ़वा जिले में किसान बैंक की मनमानी से परेशान हैं. दरअसल खरौंधी प्रखंड में सरकार आपके द्वार कार्यक्रम में किसानों के केसीसी लोन के लिए 1 हजार 227 फॉर्म स्वीकृत कर बैंकों को भेजे गए थे. जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भवनाथपुर को 247, पंजाब नेशनल बैंक सिंघीताली को 457 और झारखंड राज्य ग्रामीण बैंक खरौंधी को 523 केसीसी फॉर्म भेजे गए थे.

बैंकों ने इन 1 हजार 227 फॉर्म्स में से 612 फॉर्म्स अलग-अलग कारणों से वापस कर दिए. जबकि जो फॉर्म्स बैंक ने स्वीकार कर लिए उसके आवेदन भी पेंडिंग है. यानी किसानों को केसीसी से मिलने वाला लोन आजतक नहीं मिला है और ये स्थिति सिर्फ एक प्रखंड की है. बाकी प्रखंडों की हालत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है. यानी बैंक अधिकारियों की लापरवाही का दंश बेबस अन्नदाता झेल रहे हैं.

यह भी पढ़ें : माफिया ने महिला अधिकारी को घसीट-घसीटकर पीटा, नेताओं ने शुरू कर दी सियायत

अन्नदाता की गुहार... सुनो सरकार

KCC यानी किसान क्रेडिट कार्ड योजना 1998 में शुरू की गई थी. योजना के तहत किसानों को शॉर्ट टर्म लोन दिया जाता है. किसानों को ब्याज दरों में भारी छूट दी जाती है. KCC के तहत ब्याज दर औसम 4 फीसदी तक रहती है. कम ब्याज दरों से किसानों के लिए लोन चुकाना आसान होता है. योजना के मानदंडों को पूरा कर किसान इसका लाभ उठा सकते हैं. योजना की शुरूआत की वजह ही आर्थिक संबल देना था, लेकिन गढ़वा में बैंकों की मनमानी से किसान परेशान हो रहे हैं. वहीं, मामले को लेकर अग्रणी बैंक के प्रबंधक का कहना है कि मामले को लेकर बैठक कर सभी बैंको को निर्देशित किया गया है. किसानों की ये हालत सिर्फ गढ़वा ही नहीं बल्कि तमाम जिलों में है. 

रिपोर्ट : धर्मेन्द्र कुमार

HIGHLIGHTS

  • बैंक की मनमानी... परेशान अन्नदाता
  • KCC योजना का नहीं मिल रहा लाभ
  • किसानों का आवेदन बैंक में पेंडिंग
  • आधे से ज्यादा फॉर्म्स वापस लौटाए
  • अन्नदाता की गुहार... सुनो सरकार

Source :

jharkhand-news latest Jharkhand news in Hindi farmers Garhwa News Jharkhand government
      
Advertisment