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पंकज मिश्रा को बचाने की हो रही कोशिश, जांच को विफल करने में लगे लोग

ED का मानना है कि साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे विजय हांसदा मामले में भी पंकज मिश्रा के खिलाफ जांच को विफल करने में लगे है. पंकज मिश्रा के खिलाफ अवैध खनन मामले में साहिबगंज पुलिस को विजय हांसदा की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा था.

Updated on: 07 Dec 2022, 07:31 AM

Ranchi:

झारखंड और ED का रिश्ता अब काफी गहरा होते नजर आ रहा है. लगातार इस मामले में नए खुलासे हो रहें हैं जो आम जनता को चौंका दे रहें हैं. पंकज मिश्रा के खिलाफ अवैध खनन मामले में एक बार फिर बड़ा खुलसा हुआ है. पंकज मिश्रा को बचाने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि, साहिबगंज के नीबू पहाड़ पर अवैध खनन मामले में शिकायतकर्ता विजय हांसदा द्वारा कोर्ट में आवेदन किया था कि वो अपनी शिकायत पर कायम हैं. जिसके बाद पुलिस पर धोखाधड़ी का गंभीर आरोप लगा था और एससी-एसटी थाने में पंकज मिश्रा सहित आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. 

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ED का मानना है कि साहिबगंज के डीएसपी राजेंद्र दुबे विजय हांसदा मामले में भी पंकज मिश्रा के खिलाफ जांच को विफल करने में लगे है. पंकज मिश्रा के खिलाफ अवैध खनन मामले में साहिबगंज पुलिस को विजय हांसदा की प्राथमिकी दर्ज करने के लिए मजबूर होना पड़ा था, राजेंद्र दुबे ने इस मामले की जांच करने के बजाय हांसदा के सहयोगी परशुराम कुमार यादव को पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर दिया. आपको बता दें कि, परशुराम कुमार यादव वह व्यक्ति हैं जिन्होंने हांसदा से जेल में मुलाकात की और सभी आवश्यक व्यवस्था की जिससे हांसदा अदालत जा सके. परसुराम के मुताबिक विजय हांसदा ने पंकज मिश्रा के खिलाफ अपनी शिकायत कभी वापस नहीं ली है और साहिबगंज पुलिस जो दावा कर रही है वह पूरी तरह से झूठ है. विजय हांसदा गवाह हैं और विजय को मजबूर किया जा रहा था कि वो केस उठा ले ताकि पंकज को बचाया जा सके, राजेन्द्र दुबे को ED ने तलब किया और जल्द पूरे मामले को लेकर पूछताछ होगी. परसुराम विजय को मदद कर रहा था इसलिए DSP अब परसुराम को परेशान कर रहा था.