logo-image

Jharkhand Mining Scam: विजय हांसदा से ED ने जेल में की पूछताछ, हुआ ये बड़ा खुलासा

अवैध खनन व मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही ईडी की पांच सदस्यीय टीम असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा के नेतृत्व में शुक्रवार को फिर से कहलगांव एनटीपीसी रेस्ट हाउस से साहिबगंज पहुंची.

Updated on: 05 Dec 2022, 08:33 PM

highlights

. विजय हांसदा से ईडी ने की पूछताछ

. ईडी की टीम ने किए कई महत्वपूर्ण दस्तावेज इकट्ठा

Sahibganj:

खनन घोटाले में आरोपों का सामना कर रहे साहिबगंज मंडल कारा में बंद विजय हांसदा से ईडी ने जेल में ही पूछताछ की. पूछताछ के क्रम में विजय हांसदा ने ईडी के अधिकारियों को बताया कि जेल जाने से पहले पुलिसवालों ने उससे जबरन दबाव देकर सादा कागज पर हस्ताक्षर कराया था और उसका इस्तेमाल उसके द्वारा विष्णु यादव, पवित्र यादव, राजेश यादव, बच्चू यादव और पंकज मिश्रा पर किये गये केस को वापस लेने के लिए किया गया है.

ईडी ने विजय हांसदा से लगभग तीन घंटे तक पूछताछ की. ईडी की तीन सदस्यीय टीम असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा के नेतृत्व में साहिबगंज मंडल कारा पहुंची थी. सूत्रों के मुताबिक, विजय हांसदा ने ईडी की टीम को कुछ और महत्वपूर्ण जानकारियां दी है. माना जा रहा है कि विजय हांसदा द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर ईडी अब साहिबगंज जिले के पुलिस अफसरों से भी पूछताछ कर सकती है. बताते चलें कि मंगलवार को दुमका रेंज डीआइजी सुदर्शन मंडल ने मीडियाकर्मियों से बातचीत में कहा था कि विजय हांसदा ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से केस को वापस ले लिया था.

विजय हांसदा ने ईडी अधिकारियों के सामने कथन किया है कि पुलिसकर्मियों ने उससे सादे कागज पर हस्ताक्षर कराया जबकि रिकार्ड के अनुसार उसने शपथपत्र के माध्यम से अपनी बातें कही हैं. यानि कि शपथ-पत्र के लिए दस्तखत कराए गए कागजों का इस्तेमाल कलत तरीके से किया गया है. शपथपत्र अधिवक्ता तैयार करते हैं और नोटरी पब्लिक शपथ-पत्र पर मुहर लगाते हैं और ये सारी प्रक्रिया बिना शपथकर्ता की मौजूदगी में पूरी नहीं होती. ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि ईडी संबंधित अधिवक्ता व नोटरी पब्लिक से भी पूछताछ कर सकती है. वहीं, ईडी ने साहिबगंज एसडीओ आफिस के पास स्थित स्वीटी पैलेस की उपरी मंजिल को सील कर दिया है. दूसरी तरफ, राजमहल पहुंची ईडी की टीम ने वहां के सब रजिस्ट्रार से मुलाकात की और कुछ कागजात पर हस्ताक्षर कराया.

यह भी पढ़ें- मृतक को नहीं मिला एंबुलेंस, ठेले पर लाद कर ले गए शव, फिर आया बेतुका बयान


दूसरी तरफ, विजय हांसदा से पूछताछ के बाद ईडी की टीम ने शुक्रवार की दोपहर लगभग सवा तीन बजे रणचारा स्थित मेसर्स सत्यनाथ साह के क्रशर में भी छापेमारी की. छापेमारी के दौरान क्रशर मालिक व मजदूर मौके से फरार हो गए उसके बाद ईडी की टीम बरहेट के लिए निकल गई. ईडी दाहू यादव की तलाश में उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.

आपको बता दें कि संथाल परगना रेंज के डीआईजी सुदर्शन मंडल के बयान के बाद ही ईडी ने अपनी जांच में तेजी की. जिसका उल्लेख ईडी की टीम ने गुरुवार देर रात्रि को ही सीजेएम को विजय हांसदा से पूछताछ की अनुमति के लिए दिए गए आवेदन पत्र में किया था. बता दें कि सीजेएम को दिए गए आवेदन में भी ईडी ने यह कहा है कि विजय हांसदा ईसीआईआर 4/22 में गवाह हैं. उसे गवाही देने के लिए समन भी किया गया था, बावजूद उसके वह उपस्तिथ नहीं हुआ था. फिलहाल विजय हांसदा आर्म्स एक्ट के मामले में जेल में बंद है.