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Jharkhand News: ED ने अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को कोर्ट में किया पेश, न्यायिक हिरासत में भेजा

रांची जमीन से जुड़े गड़बड़ी में मामले पर कार्रवाई करते हुए ईडी ने कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार किया है.

Updated on: 08 Jun 2023, 02:07 PM

highlights

  • सेना जमीन घोटाले से जुड़ी बड़ी खबर
  • ED के विशेष अदालत में हुई आरोपियों की पेशी
  • कोर्ट में पेश किए गए अमित अग्रवाल और दिलीप घोष
  • पेशी के बाद दोनों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया जेल

Ranchi:

रांची जमीन से जुड़े गड़बड़ी में मामले पर कार्रवाई करते हुए ईडी ने कारोबारी अमित अग्रवाल और दिलीप घोष को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद सबसे पहले दोनों का मेडिकल टेस्ट कराया गया, फिर सीआरपीएफ की सुरक्षा के में इडी की विशेष अदालत में पेश किया गया. ईडी जमीन घोटाले मामले में गिरफ्तार आरोपियों से सघन पूछताछ चाहती है, ताकि मामले की तह तक जाया जा सके. इसी पूछताछ के लिए ईडी की विशेष कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय ने 5 दिनों की रिमाइंड के लिए अर्जी दायर की थी. जिस पर सुनवाई के लिए विशेष अदालत ने कल की तारीख निर्धारित की है. अमित अग्रवाल के रिमांड पेटिशन पर सुनवाई होनी तब तक उन्हें जेल में रहना होगा. आपको बता दें कि अवैध तरीके से सेना की जमीन के खरीद फरोख्त मामले में रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, आबिद खान, इम्तियाज अहमद, प्रदीप बागची, सद्दाम हुसैन, तलहा खान, भानु प्रताप और फैयाज खान की गिरफ्तारी भी हो चुकी है.

अमित अग्रवाल के ठिकानों पर छापेमारी

बुधवार को ED ने कोलकाता में अमित अग्रवाल के दो ठिकानों पर छापेमारी कार्रवाई की थी. इस दौरान अमित बागडोगरा में था. जहां से वो फ्लाइट पकड़कर रांची आया. रांची स्थित ईडी के क्षेत्रीय कार्यालय में अमित अग्रवाल और जगतबंधु टी स्टेट के डायरेक्टर दिलीप घोष से पूछताछ की गई और दोनों को गिरफ्तार किया गया. मिली जानकारी के अनुसार सेना के कब्जेवाली ज़मीन अमित अग्रवाल की कंपनी जगत बंधु टी स्टेट ने खरीदी है. 

क्या है मामला

ईडी ने सेना के कब्जेवाली जमीन के मामले में जांच के दौरान यह पाया कि मौजा मोरहाबादी, थाना नंबर 192, वार्ड नंबर 21 के एमएस प्लॉट नंबर 557 की 4.55 एकड़ जमीन की खरीद बिक्री के लिए अमित अग्रवाल, छवि रंजन और अन्य लोगों ने साजिश रची थी. इसके लिए छवि रंजन को एक करोड़ रुपये भी दिए गए थे. कागजों में छेड़छाड़ कर प्रदीप बागची के पिता को जमीन का मालिक बनाया गया. इसके बाद अमित अग्रवाल की कंपनी ने इस जमीन को 7 करोड़ रुपये में खरीद लिया. इसके लिए प्रदीप बागची को सिर्फ 25 लाख रुपये दिए गए. इस जमीन की कीमत 20 करोड़ रुपये है. 
  
साथ ही आपको बता दें कि अमित अग्रवाल को इडी ने राजीव कैश कांड में भी गिरफ्तार किया था. जिस मामले में वह जमानत पर है.

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