Deoghar Kanwar Yatra 2025: सावन की दूसरी सोमवारी के मौके पर बाबा वैद्यनाथ धाम में आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा है. सुल्तानगंज से लेकर देवघर तक का 110 किलोमीटर लंबा कांवड़िया पथ शिवभक्तों से गुलजार हो गया है. कांवड़ियों का हुजूम बाबा नगरी की ओर बढ़ रहा है. हर तरफ 'बोल बम' के जयकारे गूंज रहे हैं और श्रद्धा का माहौल देखते ही बन रहा है.
कोई दंडवत तो कोई पीठ पर गंगाजल लेकर चल रहा
बाबा धाम पहुंचने के इस पावन सफर में श्रद्धालु नंगे पांव यात्रा करते हैं. कांधे पर कांवर, कांवर में गंगाजल और मन में भोलेनाथ के प्रति अटूट भक्ति, यही कांवड़ियों की पहचान है. कोई पीठ पर गंगाजल लेकर चल रहा है तो कोई दंडवत करते हुए आगे बढ़ रहा है. यात्रा कठिन जरूर है लेकिन भक्तों के चेहरों पर थकान नहीं, बल्कि सिर्फ आस्था की चमक नजर आ रही है.
कांवड़ियों से सीधी वार्ता
न्यूज नेशन की टीम ने कांवड़ियों से बात की. कई श्रद्धालु बिहार के गया और आसपास के इलाकों से यहां पहुंचे हैं. कुछ भक्त लगातार तीसरी बार बाबा धाम आ रहे हैं, तो कई पहली बार इस पावन यात्रा में शामिल हुए हैं. एक कांवड़िया ने बताया कि उन्होंने दो दिन पहले जल उठाया और अब सोमवार को बाबा को जल अर्पण करेंगे.
महिला और बच्चों में भी दिखा उत्साह
यात्रा के दौरान सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं से श्रद्धालु संतुष्ट नजर आए. उन्होंने बताया कि रास्ते में चिकित्सा, भोजन और विश्राम की पर्याप्त सुविधा मिल रही है. महिला कांवड़ियों और बच्चों में भी उत्साह देखने लायक है. एक 12 साल की बच्ची, जो पीठ पर गंगाजल लेकर चल रही थी, मुस्कुराते हुए बोली – 'बाबा की कृपा से थकान महसूस ही नहीं होती.'
श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा वैद्यनाथ धाम में जल अर्पण करने से उनकी मनोकामनाएं जरूर पूरी होंगी. यही आस्था उन्हें हर साल इस कठिन यात्रा के लिए प्रेरित करती है.
सावन की दूसरी सोमवारी को बाबा को जल चढ़ाकर लाखों श्रद्धालु अपनी आस्था व्यक्त करेंगे और बाबा से अपने जीवन में सुख-शांति की कामना करेंगे. बाबा नगरी देवघर में इस समय सिर्फ और सिर्फ भक्ति का सागर लहराता दिख रहा है.
यह भी पढ़ें: झारखंड के कोल्हान में नक्सलियों की साजिश नाकाम, जंगल से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
यह भी पढ़ें: Kanwar Yatra: सीएम योगी ने कांवड़ियों पर बरसाए फूल, लोगों ने लगाए हर-हर महादेव के जयकारे