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Dengue in Jharkhand: डेंगू का कहर, मरीजों का आंकड़ा 700 के पार

झारखंड में डेंगू कहर बरपाने लगा है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या और स्वास्थ्य विभाग की टेंशन लगातार बढ़ती जा रही है.

Updated on: 08 Sep 2023, 06:43 PM

highlights

  • मरीजों का आंकड़ा 700 के पार 
  • पश्चिमी सिंहभूम में 490 से ज्यादा मरीज
  • डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट

 

Ranchi:

झारखंड में डेंगू कहर बरपाने लगा है. अस्पतालों में मरीजों की संख्या और स्वास्थ्य विभाग की टेंशन लगातार बढ़ती जा रही है. प्रदेश की राजधानी रांची समेत केई जिलों में डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या ने स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मचा दिया है. झारखंड में अब तक 785 डेंगू मरीज मिले हैं. जिसमें पश्चिमी सिंहभूम में 492, साहिबगंज में 114, रांची में 156 डेंगू मरीज मिले हैं. अब रामगढ़ भी डेंगू की जद में आ गया है. जिले में एक साथ 4 मरीजों के मिलने के बाद स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है और अस्पतालों में डेंगू से लड़ने की तैयारी भी की जा रही है. प्रदेश में डेंगू मरीजों की रफ्तार डराने लगी है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों की मानें तो 60 दिनों में डेंगू के मरीजों की संख्या 10 गुना बढ़ गई है. 

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वहीं, पूर्वी सिंहभूम में अब तक डेंगू से करीब चार लोगों की मौत हो चुकी है. लिहाजा जरूरी है कि डेंगू से बचाव के लिए लोग अलर्ट रहे.

जानिए कि डेंगू से बचाव कैसे कर सकते हैं-

घर के अंदर या बाहर कहीं भी पानी न जमा होने दें
घर में पानी स्टोर करने वाले बर्तनों को साफ करते रहें
पालतू जानवर को जिस बर्तन में पानी देते हैं उसे साफ रखें
छत पर रखी पानी की टंकी को अच्छे से ढंककर रखें
बगीचे को साफ रखें और गमलों में पानी न जमा होने दें
हफ्ते में एक बार कूलर और पानी की टंकी की साफ करते रहें
फ्रिज को हफ्ते में एक बार साफ करें
फुल स्लीव वाले कपड़े पहनें
घर के दरवाजे और खिड़कियों को शाम होते ही बंद कर दें
सावधानी के बाद भी अगर कोई डेंगू की चपेट में आ जाता है. तो मरीज को

फ्रेश फ्रूट जूस और नारियल पानी पीना चाहिए 
मरीज को डॉक्टर की सलाह पर दवाई दें
प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए पपीता,कीवी रोज खाये
मसालेदार खाना अवॉइड करें
गरम पानी का सेवन करें
साफ-सफाई बनायें रखें.

इन बातों का ध्यान रखकर डेंगू के खतरे को टाला जा सकता है. हालांकि लोगों की जागरुकता के साथ ही जरूरत है अस्पतालों में दुरुस्त व्यवस्था की ताकि डेंगू के प्रकोप को कम किया जा सके.