logo-image

अपर कलेक्टर की सराहनीय पहल, छुट्टी के दिन लेते हैं टीचर्स की 'क्लास'

हम अक्सर अधिकारियों की लापरवाही की खबरें देखते और सुनते हैं और इसी के आधार पर धारणा बना लेते हैं, लेकिन गुमला के अपर कलेक्टर सुधीर कुमार गुप्ता आपकी इन्हीं धारणाओं को तोड़ने के लिए काफी है.

Updated on: 05 Apr 2023, 07:28 PM

highlights

  • अपर कलेक्टर की सराहनीय पहल
  • छुट्टी के दिन लेते हैं टीचर्स की 'क्लास'
  • टीचर्स को देते हैं पढ़ाने के टिप्स
  • सुधीर कुमार गुप्ता के सोच की हो रही सराहना

Patna:

हम अक्सर अधिकारियों की लापरवाही की खबरें देखते और सुनते हैं और इसी के आधार पर धारणा बना लेते हैं, लेकिन झारखंड के गुमला के अपर कलेक्टर सुधीर कुमार गुप्ता आपकी इन्हीं धारणाओं को तोड़ने के लिए काफी है. यहां एक खास पाठशाला है. यहां बेंच और डेस्क पर बैठकर सीखने वाले छात्र नहीं बल्कि शिक्षक हैं और बोर्ड के सामने खड़े होकर सीख देने वाले शिक्षक नहीं बल्कि एडिशनल कलेक्टर हैं. आम तौर पर अधिकारी हो या कोई कर्मचारी छुट्टियों में आराम करना और घूमना फिरना पसंद करते हैं, लेकिन गुमला के अपर कलेक्टर सुधीर कुमार गुप्ता ने अपने जीवन का एक एक पल समाज के नाम कर दिया है.

टीचर्स को देते हैं पढ़ाने के टिप्स

बतौर अपर कलेक्टर वो प्रशासनिक जिम्मेदारी संभालते हैं और छुट्टियों के दिन वो किसी भी स्कूल में पहुंचकर शिक्षकों को पढ़ाई के गुर सिखाते नजर आते हैं. इस दौरान वो शिक्षकों को किसी भी खास विषय के बारे में जानकारी देते हैं. बच्चों की पर्सनैलिटी से लेकर कैसे उनकी पढ़ाई में रूचि बढ़ाई जाए इसकी भी जानकारी देते हैं.

यह भी पढ़ें : Bihar Weather Update: बिहार के मौसम ने ली करवट, पटना से लेकर इन जिलों में गर्मी; मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

सुधीर कुमार गुप्ता के सोच की हो रही सराहना

अपर कलेक्टर की इस अनोखी पाठशाला में शिक्षक भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. क्योंकि उन्हें भी हर दिन नई-नई जानकारियों मिलती हैं. जो बच्चों को पढ़ाने में काम आती है. शिक्षकों का मानना है कि वो तो बच्चों को पढ़ाना चाहते हैं, लेकिन कई बार बच्चों का पढ़ाई में मन नहीं लगता. ऐसे में अपर कलेक्टर की ओर से दिए जाने वाले ट्रिक्स बेहत मददगार साबित होते हैं.

गौरतलब है कि हम अक्सर अधिकारियों की लापरवाही की खबरें देखते और सुनते हैं और इसी के आधार पर धारणा बना लेते हैं, लेकिन सुधीर कुमार गुप्ता जैसे अधिकारी भी इस समाज में हैं, जो समाज की दशा और दिशा को बदलने में अपना योगदान देते हैं.

रिपोर्ट : सुशील कुमार सिंह