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साहिबगंज में दोहराया श्रद्धा मर्डर केस जैसा मामला, विपक्ष ने उठाया सवाल

साहिबगंज में 22 वर्ष की आदिम जनजाति महिला की कटर से काटकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई.

Updated on: 18 Dec 2022, 04:49 PM

highlights

  • शादी के 10 दिन बाद महिला के किए टुकड़े-टुकड़े
  • विपक्ष ने हेमंत सरकार पर उठाया सवाल

 

Sahibganj:

साहिबगंज में 22 वर्ष की आदिम जनजाति महिला की कटर से काटकर निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई. दिल्ली श्रद्धा हत्याकांड के बाद इस तरह से आदिम जनजाति महिला की हत्या की खबर सुर्खियों में बन गई है. जिस तरह से महिला की कटर से काटकर टुकड़ों में नृशंस तरीके से हत्या की कर दी गई, वह इंसानियत को शर्मसार कर रही है. मामले की जानकारी मिलने के बाद जहां पुलिस महकमा पूरी तरह से इस वारदात की गुत्थी सुलझाने में जुट गई है तो वहीं विपक्ष इस मामले को लेकर सरकार पर हमलावर है. प्रमुख विपक्षी दल बीजेपी ने सरकार को आईना दिखाने का काम किया है और इस पूरे मामले पर सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाए हैं.

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मामले को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने सरकार पर हमला किया और कहा कि बांग्लादेशी घुसपैठिए लगातार संथाल में घुसपैठ कर विधि व्यवस्था के लिए चुनौती बन गए हैं. वहीं सरकार मौनी बाबा बनी हुई है, जिस कारण लगातार झारखंड की बेटियां इनकी शिकार बन रही है. उन्होंने कहा कि जनता में इन सब बातों को लेकर आक्रोश है. वहीं विपक्ष भी इस मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगा. शीतकालीन सत्र में भी इन मुद्दों को लेकर सरकार से सवाल पूछने का काम करेगा.

मामले में बीजेपी विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सरकार जब भी कमजोर होगी, तब-तब अपराधी मजबूत होंगे. वहीं, उन्होंने कहा बंग्लादेशी घुसपैठ लगातार संथाल में जारी है और ट्राइबल लड़कियों को झांसे में लेकर वे जमीन कब्जा कर रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि साहेबगंज पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहे हैं. बावजूद सरकार का इस और ध्यान नहीं है और अपने लोगों को बचाने में सरकार एड़ी चोटी लगा दे रही है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि 10 जून को रांची में हुई हिंसा को लेकर टीम बनी, लेकिन उसकी रिपोर्ट अबतक नहीं आई. जो बताता है कि सरकार इन मामलों पर कितनी गंभीर है. वहीं उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात ऐसे हैं कि आनेवाले दिनों में प्रदेश में रहना किसी के लिए आसान नहीं होगा.