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सैर पर निकले जज की ऑटो से टक्कर मारकर हत्या, CCTV में रिकॉर्ड हुई घटना

एक ऑटो रिक्शा चालक ने धनबाद में सुबह की सैर पर निकले 52 वर्षीय जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. इस घटना को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं कि यह हादसा नहीं है बल्कि जज को जान-बूझकर टक्कर मारी गई है और हत्या की गई है.

Updated on: 29 Jul 2021, 01:26 PM

highlights

  • सुबह सैर पर निकले धनबाद के जिला न्यायाधीश को ऑटो ने मारी टक्कर
  • न्यायाधीश उत्तम आनंद रंजय सिंह की हत्या मामले की सुनवाई कर रहे थे
  • दुर्घटना या हत्या? पुलिस कर रही तहकीकात

धनबाद:

एक ऑटो रिक्शा चालक ने धनबाद में सुबह की सैर पर निकले 52 वर्षीय जिला न्यायाधीश उत्तम आनंद को टक्कर मार दी, जिससे उनकी मौत हो गई. अभी तक इस घटना को लेकर कयास लगाए जा रहे थे, लेकिन अब यह बात साफ हो गई है कि यह हादसा नहीं, बल्कि हत्या है. मिली जानकारी के अनुसार, न्यायाधीश उत्तम आनंद रंजय सिंह की हत्या मामले की सुनवाई कर रहे थे. लोगों का कहना है कि जब न्यायाधीश आनंद सड़क किनारे धीमी गति से दौड़ रहे थे, तो अचानक से एक ऑटो उनकी ओर आया और टक्कर मारकर चला गया. यह सारी घटना पास के एक सीसीटीवी में रिकॉर्ड हो गई है.

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मामले में ऑटो चालक समेत 3 लोग गिरफ्तार

इधर इस मामले में घनबाद से सटे गिरिडीह पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने इस मामले में ऑटो चालक और उसके दो सहयोगी को गिरिडीह से गिरफ्तार कर लिया है. दोनों जोड़ापोखर थाना क्षेत्र के डिगवाडीह 12 नंबर के रहने वाले हैं. इधर पुलिस ने ऑटो को भी जब्त कर लिया है और आरोपियों को गिरफ्तार कर धनबाद ले गई है.

क्या है पूरी घटना?

रोज की तरह बुधवार को भी न्यायाधीश आनंद मॉर्निंग वाक पर निकले थे. वे सड़क के बायें किनारे पर धीमी दौड़ लगाते हुए जा रहे थे . पीछे से आने वाली ऑटो अचानक से उनकी ओर बढ़ने लगी और देखते ही देखते टक्कर मारकर निकल गई. न्यायाधीश आनंद उसी वक्त सड़क किनारे गिर गए. उन्हें तुरंत अस्पताल ले पहुंचाया गया, लेकिन वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि इससे पहले जज उत्तम आनंद की पोस्टिंग बोकारो में थी और छह माह पहले ही वह धनबाद आए थे. इस दुर्घटना से पूरे इलाके में खौफ का माहौल बन गया है.

न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल- दुर्घटना या वारदात?

न्यायाधीश, जिसे आम लोगों के साथ न्याय करने का अधिकार दिया जाता है. ताकि समाज का कोई भी वर्ग पीड़ित न हो और उनके साथ न्याय हो सके. यह घटना न्यायिक अधिकारियों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा करती है. अगर समाज को न्याय दिलाने वाला वर्ग सुरक्षित ही नहीं है, तो उससे न्यायोचित कार्यों की उम्मीद कैसे की जा सकती है. हालांकि अब ये बात साफ हो गई है कि ये एक हत्या है. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की है. इस फुटेज में दिख रहे हालात शक पैदा करने वाले हैं. जज आनंद सड़क के किनारे दौड़ रहे थे. इसी दौरान उनके पीछे से एक ऑटो रिक्शा सड़क से हटकर किनारे पर उनकी तरफ आया और पीछे से उन्हें टक्कर मारकर चला गया. इस मामले में पुलिस काफी सक्रिय स्तर पर काम कर रही है.
सूत्रों के अनुसार, उत्तम आनंद रंजय सिंह हत्या मामले की सुनवाई कर रहे थे. इस केस में झरिया की विधायक पूर्णिमा सिंह के देवर हर्ष सिंह भी आरोपी हैं. जज आनंद ने होटवार जेल में बंद रवि ठाकुर और अभिनव सिंह की जमानत अर्जी खारिज कर दी थी. यह दोनों भी इसी हत्या मामले में आरोपी हैं. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहनता से जांच कर रही है.