गढ़वा में तिलैया नदी के शमशान की जमीन पर समुदाय विषेश के दबंग मरे हुए जानवरों की हड्डियां फेंक रहे हैं. जिससे हिंदू समाज में आक्रोश का माहौल है. सालों से यहां दाह संस्कार करने के लिए आने वाले हिंदू समाज के लोगों का कहना है कि ये साजिश के तहत किया जा रहा है. ताकि दबंग इस जमीन को हथिया सके. वहीं, फेंकी गई हड्डियों में कुछ हड्डियां ऐसी भी हैं जिनकी हत्या करना प्रतिबंधित है. बावजूद असामाजिक तत्व ना सिर्फ उन पशुओं को मार रहे हैं, बल्कि श्मशान भूमि को अपवित्र करने की मनशा से मरे हुए पशुओं के अवशेषों को वहां फेंका जा रहा है.
श्मशान की जमीन पर नजर
ये मामला गढ़वा जिला मुख्यालय के शिवाजी मैदान के पास स्थित तिलैया नदी के शमशान घाट का है. जहां इलाके के तमाम हिंदू समाज के लोग दाह संस्कार के लिए आते हैं. एक तो पहले ही इस श्मशान घाट पर प्रशासन ने किसी तरह का कोई इंतजाम नहीं किया है. ऊपर से अब दबंगों और भूमाफिया की करतूतों ने समाज के लोगों को आक्रोशित कर दिया है. वहीं, पशुओं के मांस फेंके जाने से आक्रोशित हिंदू समाज के लोगों ने वार्ड पार्षद और सांसद प्रतिनिधि के नेतृत्व में प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है और जल्द कार्रवाई ना करने पर आंदोलन की चेतावनी भी दी है.
दबंगों के मन में प्रशासन का खौफ नहीं
स्थानीय लोगों ने इससे पहले भी मामले की जानकारी आलाधिकारियों के अलावा मंत्री मिथिलेश ठाकुर तक को दी. वहीं, नगर परिषद को भी आवेदन देकर पहल करने की मांग की, लेकिन अधिकारी हो या नेता सभी के मुंह पर मानो ताला लग गया है. ये जानते हुए कि तिलैया नदी श्मशान घाट पर सैकड़ों सालों से शहर के करीब 12 से ज्यादा मोहल्लों के लोग दाह संस्कार करते आ रहे हैं. बावजूद इस मामले पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं की गई है. हालांकि यहां मामला सिर्फ मांस फेंकने का नहीं है. बल्कि भूमाफिया की नजर भी श्मसान की जमीन पर है और धीरे-धीरे जमीन पर अवैध अतिक्रमण भी करने की कोशिश की जा रही है.
वहीं, इस मामले पर नगर परिषद के कार्यापालक पदाधिकारी ने जमीन की सफाई करवाकर मामले पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है. बहरहाल, अधिकारी ने आश्वासन तो दे दिया है, लेकिन सवाल उठता है कि अभी तक दबंगों पर कार्रवाई क्यों नहीं की गई है. बार-बार शिकायत के बाद भी प्रशासन क्यों मूक दर्शक बना रहा.
रिपोर्ट : धर्मेन्द्र कुमार
HIGHLIGHTS
- माहौल बिगाड़ने की कोशिश
- श्मशान की जमीन पर नजर
- दबंगों के मन में प्रशासन का खौफ नहीं
- शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं
Source : News State Bihar Jharkhand