Jharkhand Paper Leak Case: बीते दिनों झारखंड में 10वीं बोर्ड परीक्षा का पेपर लीक होने की खबर सामने आई थीं. इससे छात्रों और अभिभावकों में चिंता की लहर दौड़ गई. इस मामले के उजागर होने के बाद जांच एजेंसियां मास्टरमाइंड को पकड़ने में जुटी हुई हैं. प्रशासनिक स्तर पर भी इस घटना को गंभीरता से लिया जा रहा है.
पेपर लीक का खुलासा कैसे हुआ?
सूत्रों के अनुसार, परीक्षा शुरू होने से पहले ही कुछ छात्रों को प्रश्नपत्र के लीक होने की जानकारी मिली थी. सोशल मीडिया और अन्य माध्यमों के जरिए यह पेपर कई लोगों तक पहुंच चुका था. जब अधिकारियों को इस बात की भनक लगी, तो तत्काल जांच के आदेश दिए गए.
जांच एजेंसियां एक्शन में, कड़ी कार्रवाई के संकेत
जांच एजेंसियों ने इस मामले में कुछ संदिग्धों से पूछताछ शुरू कर दी है. शिक्षा विभाग और प्रशासन की टीमें लगातार इस मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही हैं. सरकार ने भी आश्वासन दिया है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
छात्रों और अभिभावकों में नाराजगी
इस घटना के बाद छात्रों और अभिभावकों में गहरी नाराजगी देखी जा रही है. उनका कहना है कि इस तरह की घटनाएं न सिर्फ परीक्षा की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करती हैं, बल्कि मेहनती छात्रों के भविष्य को भी प्रभावित करती हैं. कई छात्र दोबारा परीक्षा देने को लेकर चिंतित हैं.
बोर्ड परीक्षा की सुरक्षा पर सवाल
लगातार हो रही पेपर लीक की घटनाओं ने परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं. शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि परीक्षा प्रणाली को और अधिक सुरक्षित और पारदर्शी बनाने की जरूरत है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके.
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