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अनंतनाग में मुठभेड़, 3 आतंकवादियों को मार गिराया

पाकिस्तान (Pakistan) अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बार-बार पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों को भेजा रहा है. ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कई बार जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकवादी हमले हो चुके हैं.

Updated on: 10 Jul 2021, 06:01 PM

जम्मू कश्मीर:

पाकिस्तान (Pakistan) अपनी नापाक हरकत से बाज नहीं आ रहा है. जम्मू-कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए बार-बार पाकिस्तान की ओर से आतंकवादियों को भेजा रहा है. ये पहली बार नहीं है, इससे पहले भी कई बार जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) में आतंकवादी हमले हो चुके हैं. अनंतनाग में शनिवार को सुरक्षाबलों (security forces) को बड़ी सफलता मिली है. कश्मीर जोन पुलिस, अनंतनाग (Anantnag encounter) के रानीपोरा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई. इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने 3 आतंकवादियों को मार (Two Terrorists Killed ) गिराया है. 

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आपको बता दें कि इससे पहले पुलवामा एनकाउंट में सुरक्षाबलों ने एक मुठभेड़ के दौरान पांच आतंकियों को मार गिराया था. हालांकि इस दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया था. मारे गए पांचों आतंकी खूंखार आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ( Lashkar-e-Taiba ) के बताए जा रहे थे. जम्मू-कश्मीर के आईजीपी विजय कुमार (Jammu-Kashmir IGP Vijay Kumar ) ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दिनों हंजिन गांव में पांच आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी, जिसके बाद इलाके की घेराबंदी की गई. आतंकियों से आत्मसमर्पण करने को कहा गया, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी. गोलीबारी में एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसने बाद में दम तोड़ दिया.

आईजीपी ने बताया था कि एक आतंकवादी के सहयोगी आमिर के माता-पिता को आत्मसमर्पण के लिए बुलाया गया था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली. उन्होंने बताया कि एक पाकिस्तानी आतंकवादी रेहान सहित लश्कर के सभी 5 आतंकी मार गए हैं. जिनकें पास से भारी मात्रा में गोला बारूद, हथियार और कुछ दस्तावेज बरामद किए गए हैं. उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकी श्रीनगर-पुलवामा राष्ट्रीय राजमार्ग पर हमले की योजना बना रहे थे. 

पुलिस ने कहा था कि तलाशी अभियान के दौरान, नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया. जैसे ही आतंकवादियों की मौजूदगी का पता चला, उन्हें आत्मसमर्पण करने का मौका दिया गया. हालांकि, उन्होंने संयुक्त खोज दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसका जवाबी कार्रवाई में मुठभेड़ हुई. अंधेरा होने के कारण ऑपरेशन स्थगित कर दिया गया, हालांकि रात भर घेराबंदी बरकरार रही. पुलिस ने कहा, शुक्रवार की सुबह, छिपे हुए आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने का आग्रह करने के लिए बार-बार घोषणा की गई, लेकिन आतंकवादियों ने फिर से संयुक्त खोज दल पर गोलीबारी की, जिसका जवाबी कार्रवाई की गई. गोलीबारी के शुरुआती आदान-प्रदान में सेना के दो जवानों को गोलियां लगीं और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. दुर्भाग्य से, उनमें से एक बाद में शहीद हो गया.  आगामी मुठभेड़ के दौरान, पांच आतंकवादी मारे गए और उनके शव मुठभेड़ स्थल से निकाले गए.

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मारे गए आतंकियों की पहचान नगीनपोरा त्राल निवासी निशाज हुसैन लोन उर्फ खताब (जिला कमांडर लश्कर), दानिश मंजूर शेख, सदरगुंड काकापोरा, अमीर वागे निवासी हंजन पाईन, जमालतू निवासी मेहरान मंजूर के रूप में हुई है. श्रीनगर और एक विदेशी आतंकवादी की पहचान पाकिस्तान निवासी अबू रेहान उर्फ तौहीद के रूप में हुई है. पुलिस ने कहा, मारे गए सभी आतंकवादी प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर से जुड़े थे. पुलिस ने कहा कि रिकॉर्ड के अनुसार, मारे गए सभी आतंकवादी उन समूहों का हिस्सा थे जो कई आतंकवादी अपराध मामलों और नागरिक अत्याचारों में शामिल थे.