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जम्मू में TRF के आतांकियो की तलाश के बीच नवरात्र को लेकर बढ़ाई गई मंदिरों की सुरक्षा 

जम्मू और कटरा दोनों ही जगहों का प्रशासनिक अधिकारियों ने दौरा किया है और सुरक्षा घेरे को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं.

Updated on: 29 Sep 2021, 04:56 PM

highlights

  • TRF आतंकी और उसके दो साथियों की तलाश के बीच जम्मू में मंदिरों की सुरक्षा बढ़ी
  •  रियासी कटरा रेंज के DIG ने नवरात्र को लेकर हाई सिक्योरिटी मीटिंग की
  • मंदिर में अतिरिक्त CCTV कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए

 

नई दिल्ली:

जम्मू में पकड़े गए TRF आतंकी और उसके दो साथियों की तलाश के बीच जम्मू में पुलिस प्रशासन ने नवरात्र के मद्देनजर मंदिरों की सुरक्षा बढ़ा दी है. जम्मू और कटरा दोनों ही जगहों का प्रशासनिक अधिकारियों ने दौरा किया है और सुरक्षा घेरे को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं. जम्मू की बात करे तो बावे वाली माता मंदिर में 3 लेयर का सुरक्षा घेरा तैयार करने को कहा गया है. पहले घेरे में बिना सुरक्षा चेकिंग के किसी को भी अंदर जाने देने से मना किया गया है. पहले घेरे में ही स्कैनर लगाए जा रहे हैं जहां से हर श्रद्धालुओं के अंदर जाने से पहले चेकिंग की जाएगी. इसके साथ ही मंदिर में अतिरिक्त CCTV कैमरा लगाने के निर्देश दिए गए हैं.

किसी को भी मंदिर के भीतर बिजली के उपकरण और मोबाइल फोन लेकर जाने की इजाजत नहीं दी जाएगी. मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस के साथ सीआरपीएफ के जवान तैनात रहेंगे. पुलिस की ओर से डीएसपी रैंक के एक अधिकारी को मंदिर में नोडल अधिकारी के तौर पर नियुक्त किया जाएगा.

वही सोमवार को रियासी कटरा रेंज के DIG ने 7 अक्टूबर से शुरू होने वाले नवरात्र को लेकर हाई सिक्योरिटी मीटिंग की जिसमें पुलिस के सीनियर अधिकारियों के साथ CRPF,सेना और रेलवे पुलिस के अधिकारियों ने हिस्सा लिया . इस मीटिंग में नवरात्र के दौरान किसी तरह की सुरक्षा होगी उसकी विस्तार से चर्चा की गई. यात्रा रूट से लेकर यात्रियों की सुरक्षा तक हर पहलू की चर्चा की गई. त्योहार के समय सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि पूरे देश में मंदिरों और सार्वजनिक स्थलों की सुरक्षा बढ़ा दी जाती है. जम्मू-कश्मीर जैसे संवेदनशील राज्य में त्योहारों पर अतिरिक्त सुरक्षा व्यवस्था करनी पड़ती है.

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सीमावर्ती राज्य और लंबे समय से सीमापार के आतंकियों की घुसपैठ के कारण जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा-व्यवस्था संवेदनशील बनी रहती है. अफगानिस्तान में तालिबान के आने के कारण राज्य में आतंकी गतिविधियों के बढ़ने की संभावना भी व्यक्त की जाती रही है.