/newsnation/media/media_files/2025/10/07/snowfall-in-jammu-and-kashmir-2025-10-07-11-42-33.jpg)
Snowfall In Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में अक्टूबर की शुरुआत से ही मौसम ने करवट ले ली है. रविवार देर रात से पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश के साथ बर्फबारी और मैदानी इलाकों में मूसलधार वर्षा ने लोगों की दिनचर्या पर खासा असर डाला है. खास बात यह है कि इस बर्फबारी के साथ ही तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गई है और ठंडी हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी है. ऐसे में सैलानियों के लिए भी ये पहाड़ों पर जाने का बेहतरीन वक्त है.
पहाड़ों पर सीजन की पहली बर्फबारी
बनी क्षेत्र की ऊंची पहाड़ियों जैसे छत्रगला, मंदीधार और नुकनाली माता मंदिर पर मौसम की पहली बर्फबारी देखने को मिली. इन इलाकों ने सफेद चादर ओढ़ ली, जिससे पूरा क्षेत्र शीत लहर की चपेट में आ गया. स्थानीय निवासी कमल सिंह ने बताया कि अक्टूबर में बर्फबारी कई सालों बाद देखने को मिली है. आमतौर पर यह दृश्य नवंबर या दिसंबर में दिखता था.
मैदानी इलाकों में बारिश और जाम से जूझते लोग
सोमवार सुबह से ही जम्मू के मैदानी हिस्सों में तेज बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा. जम्मू-पठानकोट हाईवे पर जगह-जगह जाम की स्थिति बनी रही. कठुआ के हटली मोड़ और शहीदी चौक पर लोग घंटों फंसे रहे. दयाला चक-बिलावर मार्ग पर पुल धंसने के कारण बड़े वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है, जिससे यात्रियों को काफी परेशानी हो रही है.
#WATCH | J&K: Fresh snowfall in Gulmarg turns it into a white wonderland, bringing in a large number of tourists to enjoy the scenic beauty. pic.twitter.com/T9TgskVy4w
— ANI (@ANI) October 7, 2025
ठंड ने दी दस्तक, बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग
तेज हवाओं और बारिश के कारण ठंडक का असर इतना तेज हो गया है कि लोग स्वेटर, शॉल और मफलर की खरीदारी के लिए बाजारों की ओर रुख कर रहे हैं. दुकानदारों का कहना है कि कुछ दिन पहले तक गर्मी का असर था, लेकिन अब अचानक से ऊनी वस्त्रों की मांग बढ़ गई है.
बिजली आपूर्ति प्रभावित, प्रशासन सतर्क
बनी कस्बे और आसपास के इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप रही. कई गांवों में दिनभर बिजली नहीं रही. प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में सावधानी बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई पर बर्फबारी की चेतावनी जारी की है.
अक्टूबर की शुरुआत में ऐसा मौसम कम ही देखने को मिलता है. लोग अलाव जलाकर ठंड से राहत पाने की कोशिश कर रहे हैं. आने वाले दिनों में मौसम और अधिक कठोर हो सकता है. प्रशासन और जनता दोनों को सजग रहने की आवश्यकता है.
यह भी पढ़ें - Delhi-NCR Weather: दिल्ली-एनसीआर में झमाझम बारिश के साथ हुई दिन की शुरुआत, तापमान में आई गिरावट