New Update
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है- चाहे वो जमीनी स्तर पर हो या सोशल मीडिया पर. वहीं, इसका विरोध कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है.
0
By clicking the button, I accept the Terms of Use of the service and its Privacy Policy, as well as consent to the processing of personal data.
Don’t have an account? Signup
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई. इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है- चाहे वो जमीनी स्तर पर हो या सोशल मीडिया पर. वहीं, इसका विरोध कश्मीर में भी देखने को मिल रहा है.
पहलगाम हमले को लेकर पूरे कश्मीर घाटी में आक्रोश देखने को मिल रहा है. बारामूला में पंडित, कर्मचारी और स्थानीय युवा सड़कों पर उतरकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. इनकी मांग है कि हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए ताकि ऐसी घटनाएं दोबारा न हों.
बार एसोसिएशन और अन्य सामाजिक संगठनों ने भी मार्च निकालकर इस हमले की निंदा की है. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. घाटी के हर कोने से विरोध की आवाजें उठ रही हैं.
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब कश्मीर में हाल के वर्षों में शांति की उम्मीद जगी थी.अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद, सरकार ने आतंक पर सख्ती की, लेकिन फिर भी नागरिकों और पर्यटकों को निशाना बनाने वाली घटनाएं रुकी नहीं हैं.पहलगाम, जो अमरनाथ यात्रा के रास्ते में आता है, हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है. इस हमले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि कश्मीर में स्थायी शांति अब भी एक चुनौती है.
ये भी पढ़ें- पहलगाम हमले में मारे गए Bihar के Rohtas के अफसर बेटे की कहानी कलेजा कंपा देगी