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Sonam wangchuck Photograph: (Social)
Leh Ladakh Protest: जम्मू-कश्मीर स्थित लद्दाख में जारी विरोध प्रदर्शन के बीच केंद्र का एक्शन देखने को मिला है. यह कार्रवाई एक्टिविस्ट और सामाजिक कार्यों के लिए चर्चित सोनम वांगचुक के खिलाफ की गई है. गृह मंत्रालय ने लद्दाख की संस्था स्टूडेंट्स एजुकेशनल एंड कल्चरल मूवमेंट ऑफ लद्दाख (SECMOL) FCRA लाइसेंस रद्द कर दिया है. मंत्रालय का कहना है कि जांच में वित्तीय गड़बड़ी के सबूत मिले थे और इसी को लेकर फॉरेन कंट्रीब्यूशन पर रोक लगा दी गई है.
SECMOL को शैक्षणिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए विदेशी दान लेने की अनुमति मिली हुई थी. संस्था को पंजीकरण संख्या 152710012R के तहत विदेशी योगदान स्वीकार करने का अधिकार दिया गया था. लेकिन मंत्रालय की जांच में सामने आया कि संस्था ने निर्धारित नियमों का सही तरीके से पालन नहीं किया.
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गृह मंत्रालय ने भेजा था नोटिस
20 अगस्त 2025 को गृह मंत्रालय ने संस्था को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें पूछा गया था कि उसका लाइसेंस क्यों न रद्द किया जाए. 10 सितंबर को मंत्रालय ने इस नोटिस की याद भी दिलाई. इसके बाद संस्था ने 19 सितंबर को अपना जवाब पेश किया. जवाब का अध्ययन करने के बाद गृह मंत्रालय ने पाया कि संस्था ने FCRA की कई धाराओं का उल्लंघन किया है.
मंत्रालय के मुताबिक मुख्य उल्लंघन
1. स्थानीय राशि को विदेशी खाते में जमा करना - वित्त वर्ष 2020-21 में तीन व्यक्तियों द्वारा दिए गए 54,600 रुपये गलती से FCRA खाते में जमा कर दिए गए.
2. विदेशी दान का सही ब्यौरा न देना - वित्त वर्ष 2021-22 में सोनम वांगचुक द्वारा दिए गए 3.35 लाख रुपये का पूरा विवरण FCRA खाते में सही तरीके से दर्ज नहीं किया गया.
3. लेखा-जोखा पेश न करना - संस्था ने विदेशी योगदान प्राप्त करने के बाद भी तय नियमों के अनुसार वित्तीय विवरण जमा नहीं किया.
मंत्रालय का कहना है कि संस्था की इन गतिविधियों को विदेशी चंदे का दुरुपयोग माना गया है. इसी कारण SECMOL का FCRA लाइसेंस रद्द कर दिया गया. यह फैसला ऐसे समय आया है, जब सोनम वांगचुक लद्दाख में पर्यावरण और स्थानीय अधिकारों से जुड़े मुद्दों पर लगातार सक्रिय रहे हैं और कई बार सरकार के खिलाफ आंदोलन भी कर चुके हैं.
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