logo-image

फारूक अब्दुल्ला बोले- इंशाल्लाह हम 370 और 35 ऐ को जरूर वापस लाएंगे

एनसी प्रमुख की तरफ से ये बयान तब आए हैं जब अमित शाह कश्मीर दौरे पर हैं.

Updated on: 24 Oct 2021, 09:09 PM

highlights

  • घाटी में लगातार बाहरी लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है
  • फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान का राग अलापा है
  • इस समय फारूक अब्दुल्ला राजौरी पुंछ जिले के दौरे पर हैं

नई दिल्ली:

गृहमंत्री अमित शाह जम्मू-कश्मीर के दौरे पर हैं. इस दौरान वह राज्य की समस्याओं से वाकिफ हो रहे हैं और विकास की योजनाओं का शुभारम्भ और घोषणा कर रहे हैं. लेकिन जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और एनसी प्रमुख फारूक अब्दुल्ला विकास नहीं पाकिस्तान का राग अलाप रहे हैं. फारूक अब्दुल्ला के लिए कश्मीर का विकास नहीं धारा-370 जरूरी है. वह और उनकी पार्टी राज्य के लोगों का विकास नहीं चाहती. इसको उन्होंने एक बार फिर साबित कर दिया है. फारूक अब्दुल्ला ने एक बार  फिर कश्मीर को लेकर पाकिस्तान राग अलापा है. उन्होंने साफ कर दिया है कि घाटी में शांति तभी हो पाएगी जब भारत सरकार फिर पाकिस्तान से बातचीत शुरू करेगी. इस समय फारूक अब्दुल्ला राजौरी पुंछ जिले के दौरे पर हैं जहां पर वो अपने वर्करों के साथ जनसभाओं को संबोधित कर रहे हैं.

अपने भाषण के दौरान फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान का राग अलापा है. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में तब तक अमन नही आ सकता जब तक अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान से बात नही हो जाती. उन्होंने यहां तक कहा कि जम्मू कश्मीर के साथ केंद्र ने बेईमानी की है. 370,35 A को तोड़ कर और हमारी रियासत को केंद्र शासित प्रदेश बना दिया. 

फारूक अब्दुल्ला ने केंद्र गृह  मंत्री अमित शाह के दौरे को लेकर कहा कि कश्मीर में शाह यह कह रहे हैं कि जब रियासत को बहाल किया जाएगा और डिलिमिटेशन होगा, उसके बाद ही चुनाव पर बात की जाएगी. लेकिन यही केंद्र सरकार की सबसे बड़ी बेईमानी है. फारूक अब्दुल्ला ने लोगों को आश्वस्त किया कि यदि हमारी सरकार आती है इंशाल्लाह हम 370 और 35 A को जरूर वापस लाएंगे.

यह भी पढ़ें: जम्मू-कश्मीर में सरकार न करे ऐसी गलती...शाह के दौरे पर आजाद के सवाल 

एनसी प्रमुख की तरफ से ये बयान तब आए हैं जब अमित शाह कश्मीर दौरे पर हैं. अभी घाटी में लगातार आतंकी घटनाएं हो रही हैं और बाहरी लोगों को भी निशाना बनाया जा रहा है. ऐसे में शाह ने कश्मीर दौरे पर जाकर ना सिर्फ सुरक्षाबलों का मनोबल बढ़ाया है, बल्कि आतंकवाद के खिलाफ भी एक सख्त रणनीति बनाने की बात कही है. उन्होंने जोर देकर कहा है कि अब घाटी में विकास यात्रा को नहीं रोका जा सकता है. किसी भी हालात में अब घाटी की शांति को भंग नहीं किया जाएगा और सभी के साथ न्याय होगा.