logo-image

माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं को मिला तोहफा, केबल कार के जरिए मंदिरों का कर सकेंगे दर्शन

जम्मू कश्मीर सरकार ने शनिवार (3 अक्टूबर 2020) से जम्मू के तीन मंदिरों बवे वाली माता,महामाया मंदिर और पीर खो को जुड़ने वाले केबल कार को लोगों के लिए खोल दिया है.

Updated on: 03 Oct 2020, 05:17 PM

नई दिल्ली :

जम्मू-कश्मीर(Jammu and kashmir) के लोगों और माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं का जम्मू में केबल कार शुरु होने का इंतज़ार आज ख़त्म हो आया है. जम्मू कश्मीर सरकार ने शनिवार (3 अक्टूबर 2020) से जम्मू के तीन मंदिरों बवे वाली माता,महामाया मंदिर और पीर खो को जुड़ने वाले केबल कार को लोगों के लिए खोल दिया है.

तीन मंदिरों को जोड़ने वाला यह केबल 1.50 किलोमीटर की दूरी को तय करेगा. पहले चरण में बहुफ़ोर्ट मंदिर से महामाया मंदिर तक इसकी शुरुआत हुई हैय जिसमें फ़िलहाल लोगों से 100 रूपे किराए के रूप में लिए जा रहे है.

इस केबल कार के खुलने से कटरा माता वैष्णो देवी के श्रद्धालुओं अब जम्मू जिसे मंदिरो का शहर भी कहा जाता है पहुंच कर केबल कार के ज़रिए मंदिरो के दर्शन कर सकेंगे. साथ ही रेस्त्रां के अलावा दूसरी कई चीजें श्रद्धालुओं के लिए बनाई गयी है.

इसे भी पढ़ें:पीएम मोदी ने कृषि बिल का विरोध करनेवालों पर बोला हमला, कहा- सदी बदल गई लेकिन उनकी सोच नहीं बदली

सुरक्षा के मद्देनज़र पहले चरण में सिर्फ़ 6 कैबिन लगाए गए है. तीन कैबिन को इससे निकल लिया गया है . ये फ़ैसला केबल कार परियोजना के कुछ महीने पहले हुए हादसे के बाद लिया गया है. जिसमें दो लोगों की जान चली गयी थी. इसके साथ पूरी केबल कार पर हाई डेफ़िनिशन कैमरा से नज़र रखी जा रही है. केबल कार के प्रशिक्षित स्टाफ़ को ही सुरक्षा के मद्देनज़र यहां लगाया गया है.

इस केबल कार के बनने की शुरुआत 2016 में तत्कालिक सरकार ने की थी. जिसकी लागत में 75 करोड़ रूपे ख़र्च हुए है. इसे बनाने में तीन साल का वक्त लगा. कोरोना के चलते इसे शुरू नहीं किया गया था. लेकिन अब SoP के तहत इसे चलाया जा रहा है.

और पढ़ें:रेप के मामलों में नंबर-1 है राजस्थान, फिर भी कांग्रेस कर रही राजनीति

केबल कार कैबिन में फ़िलहाल 18 की जगह 9 लोगों को ही बिठाया जा रहा है. हर आने वाले यात्री के लिए मास्क अनिवार्य किया गया है . साथ ही sanitation और तापमान जांचने के बाद ही उसे केबिन में बिठाया जा रहा है.